सतना , भास्कर हिंदी न्यूज़। पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने देर रात पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपी सिकन्दर उर्फ समीर खान अपराध की दुनिया का बड़ा खिलाड़ी निकला। आरोपी सिकन्दर के खिलाफ 4 नई धाराओं के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। एसपी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धारा 420,467,468,471 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी ने 2 अलग अलग नामों से पेन कार्ड बनवाया हुआ था। इसके अलावा पुलिस छापे के दौरान आरोपी के तमाम ठिकानों से सांसद, पूर्व विधायक, वर्तमान विधायक समेत कई नेताओं के खाली लेटरपेड भी बरामद किए गए हैं। बताया गया है कि आरोपी सिकन्दर खान ने 2011 में दिल्ली में धर्म परिवर्तन कर हिन्दू बन कर एक हिन्दू लड़कीं से शादी की और फिर उसे 2017 में तलाक दे दिया। पुलिस को इस मामले में आरोपी के खिलाफ लव जिहाद की भी बू आ रही है। उल्लेखनीय है के भाजपा के वरिष्ठ नेता बी.डी शर्मा ने शनिवार को दिए अपने बयान में लव जिहाद का शक जताया था।
पुलिस के मुताबिक फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आरोपी ने गन लाइसेंसऔर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट भी बनवाया।
आरोपी के पास से पुलिस को महिलाओं के नाम से करीब 50 लाख के ब्लेंक चेक भी मिले हैं।
फार्म हाउस का अवैध निर्माण
आरोपी शातिर अपराधी सिकन्दर खान के बारे में पुलिस अधीक्षक ने खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी ने कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व भाजपा विधायक शंकरलाल तिवारी, वर्तमान विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा , अभय मिश्रा, यादवेन्द्र सिंह सहित सांसद गणेश सिंह, रीति पाठक के ब्लेंक लेटरपेड छपवा रखे थे, और इनका इस्तेमाल तमाम अवैध गतिविधियों को अंजाम देने में करता था। इसके अलावा पुलिस को इस बात के सबूत भी मिले हैं कि इसके फार्म हाउस में कई बड़े कारोबारियों और सफेदपोशों का आना जाना रहता था। जिनके लिए आरोपी सिकन्दर सारी सुविधाएं उपलब्ध कराता था।
आखिर चुप क्यों थे सियासतदान
पुलिस के खुलासे से एक बात तो तय हो गई है कि आरोपी दुष्कर्मी के कई राजनीतिक पार्टी के नेताओं से नजदीकी सांठगांठ थी। अन्यथा इतनी दबंगई से आरोपी इन सियासतदानों के रसूख का इस्तेमाल लैटरपैड के जरिये कैसे करता था। जबकि आरोपी 10 सालों के भीतर फर्श से अर्श तक पहुंच गया। इन 10 सालों में किसी भी पार्टी को इस बात की जानकारी कैसे नही लगी कि आरोपी उनके नाम का उपयोग फ़र्ज़ी लेटरपेड के जरिये कर अपने उल्लू सीधा कर रहा है। कैसे अफसरशाही ने इस बात की तस्दीक करने की जरूरत समझी कि जिन लेटरपेड के दबाव में वो काम कर रही है वो फ़र्ज़ी भी हो सकते हैं..?
कहीं बड़ी मछली को बचाने की कोशिश तो नहीं?
शहर में ये चर्चा भी बड़ी तेजी से गर्म है कि आरोपी सिकन्दर खान तो छोटी मछली है। उसे गिरफ्तार करवाने में बड़े लोगों का हाथ है, तथा नाबालिग की रिपोर्ट के बाद पुलिस के हत्थे चढ़े सिकन्दर उर्फ समीर खान से अपने नजदीकी सम्बन्धो पर पर्दा डालने के लिए बयानबाज़ी और पुलिस को कहानी बताने का खेल खेला जा रहा है..!