सतना, भास्कर हिंदी न्यूज/ आनलाइन मोड पर राजधानी भोपाल में मध्यप्रदेश के चयनित 18 प्रतिभागियों के साथ कला उत्सव आरसीवीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में 11 से 21 जनवरी तक संपन्न होगा। स्कूल शिक्षा विभाग और भारत सरकार द्वारा वर्ष 2015 से उच्चतर माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की कला प्रतिभा को पोषित करने के उद्देश्य से प्रति वर्ष राष्ट्रीय कला उत्सव का आयोजन किया जाता है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा में यह इंगित किया गया है कि स्कूली विद्यार्थियों को भारत की जीवंत सांस्कृतिक परंपरा एवं विविधता से परिचय कराना हमारी शिक्षा नीति का व्यापक उद्देश्य है।
इसी उद्देश्य को समाहित कर स्कूली विद्यार्थियों के लिए कला उत्सव का आयोजन भारत सरकार द्वारा किया जाता है। कला उत्सव एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है। कला उत्सव में प्रतिभागी विद्यार्थी अपने राज्य की कला संस्कृति एवं मूल्यों को समझते हैं, साथ ही उसे आगे बढ़ाते हैं। नई शिक्षा नीति 2020 में यह अंकित किया गया है कि प्रत्येक विद्यार्थी को भारत की संस्कृति और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं दर्शन का महत्व समझाने के उद्देश्य से हमें स्कूली शिक्षा में आवश्यक सुधार करने होंगे इसी व्यापक सोच को लेकर एनसीईआरटी द्वारा राष्ट्रीय कला उत्सव का आयोजन किया जाता है। कला उत्सव में विभिन्न राज्यों के प्रतिभागियों को अन्य राज्यों की सांस्कृतिक विरासत को समझने का अवसर मिलता हैं, संस्कृति का आदान-प्रदान होता है और भारतीय संस्कृति की कला संस्कृति और विरासत को प्रोत्साहन मिलता है।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 11 से 21 जनवरी के मध्य कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुरूप आॅनलाइन मोड पर कला उत्सव में भाग लेंगे। मध्यप्रदेश राज्य के विभिन्न विधाओं में संगीत गायन, वाद्य, नृत्य शास्त्रीय लोक गायन, दृश्य कला दीवानी मूर्तिकला स्थानीय खेल खिलौने आदि विधाओं में बच्चे प्रशासन अकादमी के भोपाल स्थित स्टूडियो में अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। जिसका सीधा प्रसारण सीआईईटी, एनसीईआरटी के स्टूडियो में होगा। राष्ट्रीय कला उत्सव का आयोजन आरसीवीपी नरोन्हा प्रशासन अकेडमी में किया गया है तथा दृश्य कला की प्रतियोगिताएं शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय, भोपाल में संपन्न होंगी। गत वर्ष राष्ट्रीय कला उत्सव में मध्यप्रदेश के प्रतिभागियों ने दृश्य कला एवं संगीत वादन में पुरस्कार प्राप्त किए थे।