पर्यटक व धार्मिक स्थलों पर प्रशासन की चाक चौबंद व्यवस्थाएं
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ नए वर्ष की शुरुआत सप्ताह के पहले दिन सोमवार को नए संकल्प और नए उत्साह के साथ होगी। साल के पहले दिन मैहर के त्रिकूट पर्वत पर विराजीं माता शारदा के दरबार में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। मैहर वाली माता के दर्शन को आसान बनाने प्रशासनिक एवं पुलिसिया व्यवस्था के साथ ही रोपवे प्रबंधन ने भी सुविधा के मद्देनजर टिकट के लिए ऑनलाइन एवं टेलीफोन पर बुकिंग का इंतजाम कर रखा है।
नए वर्ष के पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु त्रिकूट पर्वत पर विराजीं माता शारदा के दर्शन के लिए हर वर्ष मैहर पहुंचते हैं। इस लिहाज से वर्ष 2024 के पहले दिन सोमवार को भी माता शारदा के दरबार में न केवल मैहर और सतना जिले बल्कि देश के तमाम स्थानों से लगभग 3 लाख भक्तों के आगमन के मद्देनजर प्रशासन एवं पुलिस ने यहां व्यवस्था और सुरक्षा के लिहाज व्यापक इंतजाम किए हैं।
एसडीएम एवं मंदिर समिति के प्रशासक सुरेश जाधव ने बताया कि जैसी व्यवस्थाएं नवरात्रि मेले के दौरान की जाती हैं वैसे ही प्रबन्ध नव वर्ष के लिए भी किए गए हैं। प्रशासन एवं मंदिर समिति के अतिरिक्त कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सुरक्षा के लिए 4 सौ से अधिक पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे। एसडीएम ने बताया कि कलेक्टर रानी बाटड एवं एसपी सुधीर अग्रवाल ने व्यवस्था का जायजा लिया है। मंदिर समिति, नगर पालिका, रोपवे प्रबंधन, प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों के साथ एक संयुक्त बैठक लेकर सभी को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं।
फोन पर बुक करा सकते हैं रोपवे का टिकट
मैहर देवी मंदिर में भक्तों की सुगमता के लिए रोपवे प्रबंधन ने भी कई नई सुविधाएं शुरू की है। वीआईपी व्यवस्था बंद कर दी गई है और टिकट की लंबी लाइन से निजात दिलाने के लिए रोपवे टिकट की ऑनलाइन और फोन बुकिंग सुविधा शुरू कर दी गई है। टोल फ्री नंबर 18008913898 पर मैहर पहुंचने से पहले श्रद्धालु अपना टिकट बुक करा सकते हैं। दामोदर रोपवे प्रबंधन ने बताया कि अपनी बारी की प्रतीक्षा करने वालों के लिए कुर्सियों और टोकन नम्बर का प्रबंध भी किया गया है।
टिकट लेकर भक्त आराम से कुर्सी में बैठकर प्रतीक्षा कर सकते हैं। बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए यहां व्हील चेयर भी उपलब्ध कराए गए हैं। गौरतलब है कि रोपवे बन जाने के बाद से मैहर के त्रिकूट पर्वत के शिखर पर विराजमान माता शारदा के दर्शन श्रद्धालुओं के लिए अब बेहद आसान हो गए हैं। किसी दौर में 1 हजार से अधिक सीढ़ियां चढ़ कर माता के दरबार तक पहुंचना बेहद कठिन होता था लेकिन अब बच्चे-बुजुर्ग और दिव्यांग भी रोपवे की मदद से कुछ ही मिनटों में मातारानी के दर्शन की अपनी अभिलाषा पूर्ण कर पा रहे हैं।
व्हाइट टाइगर सफारी भी पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार
मैहर के मुकुंदपुर स्थित दुनिया की पहली वाइट टाइगर सफारी में नव वर्ष के उपलक्ष्य में छुट्टी मनाने पहुंचने वाले सैलानियों को वन्य प्राणी आकर्षित करेंगे। यहां पर्यटकों को वाइट टाइगर रघु और टाइग्रेस सोनम के साथ ही दिल्ली से आया टीपू भी अपनी अदाएं दिखा कर रिझायेगा। नव वर्ष के अवसर के मद्देनजर जू प्रबंधन ने यहां विशेष इंतजाम भी किए हैं।
महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू मुकुंदपुर के डायरेक्टर ने बताया कि नव वर्ष आगमन पर मुकुन्दपुर जू भ्रमण करने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए समस्त प्रबंध किए गये है। जिसके अन्तर्गत 8 टिकट काउन्टर, चार वाहन पार्किग (दो पार्किग दो पहिया एवं दो पार्किग चार पहिया वाहन) बनाए गए हैं। साथ ही पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन, चिकित्सा दल, फायर बिग्रेड के भी इंतजाम किए गए हैं।
मुकुन्दपुर जू की सुदृढ़ व्यवस्था व पर्यटकों के सुविधा के लिए जू प्रबंधन के कर्मचारियों एवं श्रमिकों के अतिरिक्त वनमण्डल सतना से 46 कर्मचारियों, वनमण्डल रीवा से 09 कर्मचारियों, वनरक्षक प्रशिक्षण शाला गोविन्दगढ़ से 33 कर्मचारियों, उपवनमण्डलाधिकारी मैहर, वनपरिक्षेत्र अधिकारी सिंहपुर एवं वनपरिक्षेत्र अधिकारी मुकुन्दपुर की तैनाती की गई हैं। लेकिन इस दौरान अंदर चलाये जाने वाले बैटरी चलित वाहन बंद रहेंगे। हालांकि प्रबंधन की बस चलती रहेगी और पर्यटकों को वाइट टाइगर के दीदार कराती रहेगी।
संचालक महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू मुकुंदपुर ने नववर्ष के उपलक्ष्य में भ्रमण पर आने वाले पर्यटकों से अपील की है कि जू के भ्रमण के दौरान एक जिम्मेदार नागरिक का परिचय देते हुये जू प्रबंधन का सहयोग करें और जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। जू प्रबंधन द्वारा अपील की गई है कि जू मुकुन्दपुर, सतना में भ्रमण के दौरान दिशा-निर्देशों का पालन कर जू प्रबंधन का सहयोग करें।
इन बातों का रखना होगा ध्यान
जू में अन्दर प्रवेश के साथ मादक पदार्थ, तम्बाकू, गुटका, सिगरेट, ज्वलनशील सामग्री एवं हथियार लेकर जाना प्रतिबंधित किया गया है। पर्यटकों से किसी भी वन्यप्राणी के साथ छेड़-छाड़ या उनको खाद्य सामग्री नहीं देने, शोर-शराबा नहीं करने, साथ चल रहे बच्चे व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने, जू के अन्दर प्रबंधन द्वारा निर्धारित मार्गों का ही उपयोग करने, प्रतिबंधित क्षेत्र मं प्रवेश नहीं करने एवं अनुशासन बनाए रखने की अपील की गई है। सभी पर्यटक हर वक्त निगरानी मे रहेगें। निर्देशों का उल्लंघन करने पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 38 (जे) के तहत वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।