Kisan Andolan:digi desk/BHN/ तीन नये कृषि कानूनों को लेकर किसानों और सरकार के बीच गतिरोध जारी है. आज छठे दिन भी बैठक हुई, लेकिन अब तक फैयल कुछ भी नहीं निकला है. अगले दौर की बैठक 4 जनवरी को होगी. पिछले एक महीने से देश के विभिन्न हिस्से से आये किसानों का प्रदर्शन आज 35वें दिन में प्रवेश कर चुका है. बैठक के दौरान किसान नेताओं ने आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिजन के लिए मुआवजे की मांग की है. मोदी सरकार और किसानों के बीच बातचीत पर पूरे देश की निगाहें लगी हुईं है.
चर्चा के दौरान, सरकार किसान नेताओं से कहा कि तीन कृषि कानूनों के बारे में किसानों की मांगों पर विचार करने के लिए एक समिति बनाई जा सकती है. किसानों के साथ बातचीत में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल विज्ञान में मौजूद थे. बातचीत से पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया था कि सरकार कानून वापस नहीं लेगी तो प्रदर्शन खत्म नहीं होगा.
बता दें कि इससे पहले किसानों और सरकार के बीच कई दौर के बातचीत के बाद भी अब तक कोई हल नहीं निकल सका है. एक तरह किसान तीनों कृषि कानूनों की वापसी मांग को लेकर अड़े हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ सरकार भी अपने स्टैंड पर कायम हैं. बता दें कि मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से कृषि सचिव को लिखे गए पत्र में भी तय एजेंडा के अनुसार वार्ता चलाने की अपील की गई है, जिसमें वो तीनों कृषि कानूनों के साथ ही बिजली से जुड़े एक कानून को वापस करने की मांग पर अड़े हैं.
मालूम हो कि आज की बातचीत के पहले गृह मंत्री अमित शाह ने कई केन्द्रीय मंत्रीयों के साथ बैठक की. 2 घंटे चली इस बैठक के बाद बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बुधवार को किसानों के साथ बातचीत होगी. बता दें कि राजधानी दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन का आज 35वां दिन है.