सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ टिकट वितरण को लेकर नाराज हुए भाजपा नेताओं को पार्टी ने मना लिया है। नागौद से पर्चा भर चुके गगनेन्द्र ने चुनावी मैदान छोड़ दिया है, जबकि रैगांव के पुष्पराज को भाजपा ने पद देकर खुश कर दिया है।
भारतीय जनता पार्टी से नागौद सीट पर एक बार फिर बुजुर्ग पूर्व मंत्री नागेंद्र सिंह को टिकट दिए जाने से खफा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गगनेन्द्र प्रताप सिंह की नाराजगी दूर हो गई है। कार्यकर्ताओ के साथ रायशुमारी के बाद नागौद सीट से निर्दलीय पर्चा दाखिल कर चुके गगनेन्द्र ने नाम वापसी की तारीख के पहले ही चुनाव मैदान से पीछे हटने का ऐलान कर दिया है। शनिवार को कार्यकर्ताओ के साथ हुई एक और बैठक में कार्यकर्ताओ- समर्थकों के साथ मौजूद गगनेन्द्र ने सांसद एवं सतना सीट से भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह एवं भाजपा जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा से कहा कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। सांसद ने उनसे चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर पुनर्विचार का आग्रह मंच से किया जिसके जवाब में गगनेन्द्र ने आश्वस्त किया कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे और पार्टी के निर्णय के साथ रहेंगे। इस दौरान पूर्व आयोग सदस्य लक्ष्मी यादव,पूर्व स्पीकर नगर निगम अनिल जायसवाल,भाजयुमो जिलाध्यक्ष सौभाग्य केशरी समेत तमाम लोग वहां मौजूद रहे।
टिकट वितरण से नाराज गगनेन्द्र ने दो दिन पहले निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया था। इसी दिन भाजपा के राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी गगनेन्द्र से मुलाकात की थी और नाराजगी छोड़ने के लिए कहा था।
इसके पूर्व गगनेन्द्र ने कार्यकर्ताओ के साथ रायशुमारी बैठक के दौरान नाराजगी जाहिर करते हुए शीर्ष नेतृत्व से सवाल पूछा था कि आखिर उन्हें नाकाबिल क्यों मान लिया गया,उन्हें घोड़े से गधा क्यों बनाया गया? पार्टी का सर्वे कहां गया? उन्होंने सर्वे दिखाने की मांग करते हुए कहा था कि अगर पार्टी ने गधा बना दिया है,अयोग्य मान लिया है तो उसका कारण बताए और प्रमाणपत्र भी दे दे।
रैगांव में पुष्पराज को नाराजगी के बदले मिला पद
नागौद में गगनेन्द्र को मनाने के साथ ही भाजपा ने रैगांव में पूर्व मंत्री स्व. जुगुल किशोर बागरी के पुत्र पुष्पराज बागरी को भी मना लिया है। टिकट के दावेदार रहे पुष्पराज, प्रतिमा बागरी को भाजपा प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज थे। कैलाश विजयवर्गीय ने उनसे भी मुलाकात कर समझाइश दी थी। कुछ घंटे बाद ही भाजपा ने पुष्पराज को पद दे दिया।
नाराजगी दूर करने पुष्पराज को भाजपा ने प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य बना दिया है। हालांकि पुष्पराज ने न तो पर्चा भरा था और न ही यह स्पष्ट किया था कि वे चुनाव लड़ेंगे या नहीं, लेकिन कार्यकर्ताओं-समर्थकों के साथ रायशुमारी वे भी कर रहे थे। इससे पहले कि बात और बिगड़ती भाजपा ने पद देकर उन्हें खुश कर दिया है।