

सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ “स्वाधीनता से स्वतंत्रता की ओर के परिपेक्ष में शिवाजी का राज्याभिषेक देखना चाहिए। छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी अनुशासित सेना एवं सुसंगठित प्रशासनिक इकाइयों की सहायता से एक योग्य एवं प्रगतिशील प्रशासन प्रदान किया।”
उक्त आशय के विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संपर्क विभाग द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज और हिन्दवी साम्राज्य विषय पर आयोजित व्याख्यान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह सुनील देव ने मुख्य वक्ता की आसंदी से व्यक्त किया। इस वर्ष छत्रपति शिवाजी महाराज के व राज्याभिषेक की तीन सौ पचासवीं वर्षगाँठ पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हिंदू समाज मुगलों से इतनी बार परास्त हुआ कि उसके मन में यह आने लगा कि हमारा कोई हिंदू राजा कभी हो ही नहीं सकता।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेवानिवृत्ति सतना सीमेंट के प्रेसिडेंट भास्कर भट्टाचार्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज की शिक्षा प्रणाली में अपने स्वाभिमानी इतिहास एवं छत्रपति शिवाजी के बारे में व्यापक पाठ्यक्रम नहीं पढ़ाया गया। शिवाजी महाराज ने औरंगज़ेब से लोहा लेकर हिंदू समाज की रक्षा की। अपने पराक्रम से मुगलों से हिंदुओं की रक्षा करके हिंदू साम्राज्य की स्थापना की।हम अपने पूर्वजों के सनातन विचारों को आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाएं यह हमारा कर्तव्य है तभी भारत विश्व गुरु सही मायने में बन सकेगा।
दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। संचालन उमेश दुबे ने किया। अतिथियों ने हिन्दवी साम्राज्य प्रणेता श्रीमंत योगी क्षत्रपति शिवाजी महाराज पुस्तक का विमोचन किया। इस पुस्तक के माध्यम से पाठकों के हृदय में नव जागृति का अरुणोदय निश्चित रूप से होगा।
इस अवसर पर समाज के अनेक बुद्धिजीवी गणमान्य जन मातृशक्ति उपस्थित रहे।