- मानसून सीजन में दर्ज की गई 94.4 प्रतिशत बारिश
- मानसून को प्रभावित नहीं कर सका अल नीनो
National monsoon season end 2023 with normal rainfall india meteorological department mausam samachar: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ देश में मानसून की विदाई हो गई है। चार महीने यह काफी सक्रिया रहा। इस दौरान काफी बारिश हुई। वहीं, कभी इतना सुस्त पड़ा कि अगस्त का महीने सूखा रहा। इस बार देश में मानसून सीजन में सामान्य बारिश दर्ज की गई। अल नीनो मानसून को अधिक प्रभावित नहीं कर सका। मौसम विभाग के अनुसार, दीर्घावधि औसत 868.6 मिमी के मुकाबले 820 मिमी बरसात देखी गई। यह 94 प्रतिशत से 106 प्रतिशत के बीच बारिश को सामान्य माना जाता है।
94.4 फीसदी बारिश के साथ खत्म हुआ मानसून सीजन
IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, ‘2023 का मानसून सीजन 94.4% बारिश के साथ समाप्त हुआ। इस बार 73% हिस्से में सामान्य जबकि 18% क्षेत्र में कम बारिश हुई।’ पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य बरसात 1,115 मिमी दर्ज की गई। उत्तर पश्चिम भारत में 593 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। वहीं, दक्षिण प्रायद्वीप में बारिश 8% की कमी दर्ज की गई।
सात सबडिवीजन में कम हुई बारिश
मौसम विभाग के 36 सबडिवीजन में से तीन में अधिक बारिश हुई। 26 में सामान्य और 7 में कम वर्ष हुई। कम बरसात वाले सबडिवीजन में मणिपुर, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा, बंगाल, झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, दक्षिण कर्नाटक और केरल हैं। मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि इस बार मानसून पर हिंद महासागर डाईपोल और मैडेन-जूलियन का प्रभाव रहा।
मानसून सीजन कहां कितनी हुई बारिश
- इस बार जून में कम बारिश हुई। उत्तर पश्चिम भारत में विक्षोभ और एमजेओ के कारण जुलाई में अत्यधिक बरसात हुई।
- अगस्त में मानसून सुस्त रहा। अल नीनो के कारण 1901 के बाद सबसे सूखा रहा।
- सितंबर में अधिक बारिश हुई। जून में एलपीए का 91%, जुलाई में 113%, अगस्त में 64% और सितंबर में 113% दर्ज की गई।
- मानसून 19 मई को दक्षिण अंडमान सागर और निकोबार द्वीप समूह की तरफ बढ़ा था। फिर रफ्तार धीमी हो गई। यह 7 दिनों की देरी से 8 जून को केरल पहुंचा। फिर 2 जुलाई तक पूरे देश में पहुंच गया।
- पश्चिम राजस्थान में मानसून की वापसी 25 सितंबर से शुरू हुई थी।