आदर्श चुनाव आचरण संहिता लागू होते ही सक्रिय हो जाएगा एप, कलेक्ट्रेट में प्रशिक्षण
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 में आचार संहिता के उल्लंघन की सी-विजिल एप के माध्यम से कोई भी नागरिक जानकारी दे सकेगा। जानकारी मिलते ही आयोग द्वारा उस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। सी-विजिल एप पर शिकायतें दर्ज करने की प्रक्रिया से लेकर रिटर्निंग ऑफीसर स्तर से शिकायत के निराकरण की संपूर्ण प्रक्रिया का प्रशिक्षण शनिवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में रिटर्निंग ऑफीसर, एफएसटी और एसएसटी के अधिकारियों को दिया गया। इस मौके पर अपर कलेक्टर एवं उप जिला एवं निर्वाचन अधिकारी ऋषि पवार, रिटर्निंग ऑफीसर नीरज खरे, सुधीर बेक, एसके गुप्ता, आरती सिंह एवं मास्टर ट्रेनर डॉ बीके गुप्ता भी उपस्थित थे।
प्रशिक्षण में अपर कलेक्टर एवं उप जिला एवं निर्वाचन अधिकारी ऋषि पवार ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 में निर्वाचन संबंधी शिकायतों के त्वरित एवं प्रभावी निराकरण के लिए सी-विजिल मोबाइल एप को तैयार कराया गया है। इस एप के माध्यम से कोई भी नागरिक निर्वाचन में आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन संबंधी किसी भी घटना का फोटो-वीडियो तैयार कर अपनी शिकायत भेज सकता है। प्राप्त शिकायत की त्वरित जांच कर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री राजन ने बताया कि आचार संहिता के लागू होते ही यह एप सक्रिय हो जाएगा। 100 मिनट के अंदर शिकायत का निराकरण किया जाएगा।
मोबाइल प्ले स्टोर पर जाकर डाउनलोड करना होगा सी-विजिल एप
सी-विजिल एप का उपयोग करने के लिए किसी भी नागरिक को सबसे पहले अपने एंड्रायड मोबाइल के प्ले स्टोर या एप्पल मोबाइल के एप स्टोर पर जाकर डाउनलोड करना होगा। कोई भी नागरिक घटनास्थल से 20 मीटर के अंदर से ली गई फोटो अपलोड कर सकता है। 5 मिनट के अंदर किसी भी नागरिक को सी-विजिल एप पर फोटो अपलोड करनी होगी।
ऐसे कार्य करेगा एप
सी-विजिल एप के माध्यम से शिकायतकर्ता द्वारा की गई शिकायत सर्वप्रथम जिला शिकायत कंट्रोलर (डीसीसी) के पास जाएगी। इसके बाद जिला शिकायत कंट्रोलर द्वारा यह शिकायत प्रारंभिक जांच उपरांत सही होने पर एफएसटी (फ्लांईंग स्क्वॉड टीम) के पास भेजी जाएगी। जांच टीम द्वारा शिकायत की जांच कर कार्रवाई करने के उपरांत यथा-स्थिति का प्रतिवेदन निराकरण अधिकारी को भेजा जाएगा। रिटर्निंग अधिकारी द्वारा जांच प्रतिवेदन के आधार पर आवश्यक दिशा-निर्देश का प्रतिवेदन संबंधित जांच टीम एफएसटी एवं जिला शिकायत कंट्रोलर को प्राप्त होगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला प्रबंधक ई-गवर्नेंस योगेश तिवारी ने सी-विजिल एप के बारे में व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिया।
वोटर टर्नआउट में वृद्धि और इथिकल वोटिंग को बढ़ावा देना स्वीप का उद्देश्य
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में औसत मतदान में 5 प्रतिशत वृद्धि लाने के करें प्रयास
स्वीप पार्टनर्स की बैठक संपन्न
अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी ऋषि पवार ने बताया कि मतदाता जागरूकता (स्वीप) की गतिविधियों का एकमात्र उद्देश्य शांतिपूर्ण, विधि-सम्यक और भयरहित वातावरण के बीच इथिकल वोटिंग (नैतिक मतदान) और वोटर टर्न आउट में वृद्धि लाना है। स्वीप पार्टनर और रिटर्निंग ऑफिसर स्वीप की ऐसी गतिविधियां अपनायें जिनसे प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पिछले औसत मतदान में पांच प्रतिशत की वृद्धि लाई जा सके। उप जिला निर्वाचन अधिकारी शनिवार को आगामी विधानसभा आम निर्वाचन 2023 के लिए मतदाता जागरूकता के स्वीप पार्टनर्स और रिटर्निंग ऑफिसर्स की बैठक ले रहे थे। इस मौके पर स्वीप के नोडल अधिकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी सौरभ सिंह, रिटर्निंग ऑफिसर सुरेश जादव, सुधीर बेक, उपायुक्त नगर निगम भूपेंद्रदेव परमार, उपवन मंडलाधिकारी लाल सुधाकर सिंह, एलडीएम गौतम शर्मा, प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय डॉ आरएस गुप्ता, एनएसएस प्रभारी क्रांति राजोरिया, सहायक संचालक श्याम किशोर द्विवेदी तथा विभिन्न महाविद्यालय के प्राचार्य एवं स्वीप पार्टनर्स उपस्थित थे।
स्वीप पार्टनर्स को प्रशिक्षण देते हुए मास्टर ट्रेनर डॉ बीके गुप्ता ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने सभी रिटर्निंग ऑफिसर्स को उनके विधानसभा क्षेत्र में औसत मतदान से पांच प्रतिशत अधिक मतदान का टास्क दिया है। इसके लिए जिला निर्वाचन की ओर से रिटर्निंग ऑफिसर और उनकी टीम को 51 हजार रुपए का प्रोत्साहन पुरस्कार भी देने का वचन दिया है। उन्होंने कहा कि मतदान का प्रतिशत बढ़ाने में रिटर्निंग ऑफिसर्स के नेतृत्व में स्वीप पार्टनर की महती भूमिका होगी। उन्होंने बताया कि जिले में आगामी विधानसभा चुनाव के लिये अभी 16 लाख 89 हजार 66 मतदाता है। मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के पश्चात संख्या बढ़ेगी। जिले में सात विधानसभा क्षेत्र में कुल 1950 मतदान केंद्र और 192 सेक्टर हैं। सभी 1950 मतदान केंद्रों पर बीएजी (बूथ अवेयरनेस ग्रुप) गठित किया गया है। जहां पर बीएजी गठित नहीं हो वहां निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार बीएजी का गठन कर स्वीप गतिविधियों में मतदान केंद्र स्तर पर सहयोग लेवे।
सहायक नोडल अधिकारी स्वीप सौरभ सिंह ने बताया कि जिला स्तर पर स्वीप पार्टनर्स का व्हाट्सएप ग्रुप तैयार किया गया है। इसी तरह का स्वीप पार्टनर्स का ग्रुप विधानसभा स्तर पर भी तैयार कर लें। इसी ग्रुप पर दिन-प्रतिदिन क्षेत्र में की जा रही स्वीप गतिविधियों के फोटोग्राफ्स, वीडियो अपलोड किये जा सकते हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आरएस गुप्ता ने बताया कि जिले के सभी महाविद्यालयों के छात्रों को एएलसी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सभी प्रचार सामग्री और मतदाता जागरूकता के पोस्टर कॉलेज स्तर पर पहुंचाये जा रहे हैं।
स्वीप पार्टनर्स की बैठक में विधानसभा क्षेत्र 63 सतना में स्वीप की गतिविधियों में उल्लेखनीय कार्य के लिए महाविद्यालय और एनएसएस के छात्र अनुराग तिवारी, अतुल पांडेय, अमन दाहिया, योगेश कुशवाहा, सुरेश कुशवाहा, प्रिंस कुशवाहा, शिवांशु जायसवाल, स्वाति वर्मा, स्मृति कोरी, नेहा पांडेय, अल्का शुक्ला, मानसी अग्रवाल, आस्था मिश्रा, प्रिया दाहिया को जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से प्रशंसा पत्र भी उप जिला निर्वाचन अधिकारी ऋषि पवार ने प्रदान किये।