पुलिस और राजस्व अधिकारियों की संयुक्त बैठक
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज/ विधानसभा चुनाव 2023 के दृष्टिगत कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने सभी रिटर्निंग आफीसर और एसडीओपी के संयुक्त हस्तांक्षरित बर्ल्नरेबिलिटी मैपिंग तत्काल प्रस्तुत करने के निर्देश दिये है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने अब तक विधानसभा क्षेत्रवार एक भी बर्ल्नरेबिलिटी मैपिंग प्राप्त नहीं होने पर गहरी नाराजगी जाहिर की। सोमवार को राजस्व और पुलिस अधिकारियों की सम्पन्न बैठक में पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, सीईओ जिला पंचायत डॉ. परीक्षित झाड़े, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवेश सिंह बघेल, विक्रम सिंह, सीएसपी महेन्द्र सिंह, विजय प्रताप सिंह, सभी एसडीएम और रिटर्निंग आफीसर, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, सहायक रिटर्निंग आफीसर और सेक्टर आफीसर उपस्थित थे।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने कहा कि शासकीय सेवकों के पूरे सेवा काल में कुल 5 या 6 बार चुनाव कराने का अवसर मिलता है। शासकीय सेवा में निर्वाचन कार्य सर्वाधिक महत्वपूर्ण कार्य होता है। उन्होंने कहा कि चुनाव संबंधी कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता और गंभीरता से पूरा करें। कलेक्टर ने कहा कि एक माह पूर्व समीक्षा बैठक लेकर सभी राजस्व अधिकारी, पुलिस अधिकारी और सेक्टर मजिस्ट्रेट को अपने क्षेत्र का संयुक्त भ्रमण कर बर्ल्नरेबिलिटी मैपिंग और क्रिटिकल मतदान केन्द्र के चिन्हांकन के निर्देश दिये गये थे। सेक्टर अधिकारियों की रिपोर्ट और आर.ओ. तथा एसडीओपी के संयुक्त भ्रमण के आधार पर चिन्हांकित बर्ल्नरेबल पाकेट और क्रिटिकल मतदान केन्द्रों की रिपोर्ट फारमेट में सोमवार शाम तक अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करें। ताकि निर्वाचन आयोग को समय सीमा में जानकारी भेजी जा सके। जिला निर्वाचन अधिकारी ने पूर्व विधानसभा चुनावों के चिन्हित बर्ल्नरेबल पाकेट, व्यक्तियों एवं क्रिटिकल मतदान केन्द्रों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बर्ल्नरेबल और क्रिटिकल के दायरे से बाहर होने की स्थिति में कारण सहित टीप भी दर्शाये।
पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने कहा कि शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भय रहित वातावरण में चुनाव सम्पन्न कराने में वर्ल्नरेबित और क्रिटिकल मतदान केन्द्रों की मैपिंग की महत्वपूर्ण और अनिवार्य भूमिका है। चुनाव को प्रभावित कर सकने वाले तत्वों और कारकों का पारदर्शी और विस्तृत तरीके से चिन्हांकन कर बर्ल्नरेबिलिटी रिपोर्ट बनाये और चुनाव की तैयारियों के पूर्व इन पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही भी करें। उन्होंने कहा कि बर्ल्नरेबिलिटी मैपिंग की गोपनीयता का विशेष ध्यान रखे।
सीएम हेल्पलाइन के निराकरण की गति बनाये रखे-कलेक्टर
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने विभिन्न विभाग के अधिकारियों से सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण की गति बनाये रखते हुए ग्रेडिंग में सुधार लाने के निर्देश दिये है। सोमवार को सम्पन्न समय सीमा प्रकरणों की बैठक में सीएम हेल्पलाइन की विभागवार समीक्षा की गई। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत डॉ. परीक्षित झाड़े, अधीक्षणयंत्री विद्युत जीडी त्रिपाठी, सभी एसडीएम, जनपद के सीईओ, नगरीय निकायों के सीएमओ तथा विभागप्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की समीक्षा में कहा कि इस सप्ताह 556 शिकायतों की वृद्धि होकर कुल शिकायतों की संख्या 17 हजार 502 हो गई है। अगस्त माह की अभी 13 हजार शिकायतें मिली है। माह के अंतिम दिवस तक यह 15 हजार के लगभग हो सकती है। इन शिकायतों में 8 हजार 251 शिकायतें अभी भी लंबित है। सतना जिले का ग्रेडिंग में वर्तमान में 8 वां स्थान है। शिकायतों का त्वरित निराकरण कर यह गति बनाये रखे। ताकि अंतिम ग्रेडिंग के समय जिले की अच्छी ग्रेडिंग रहे। जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान स्कूलों में अब तक किये गये कनेक्शनों की जानकारी ली गई। सतना बाणसागर ग्रामीण समूह जल प्रदाय परियोजना के कार्यों में इन्टेक वेल की पावर सप्लाई के लिए विद्युत वितरण कम्पनी के अधिकारियों को ट्रांसफार्मर चार्जिंग की कार्यवाही शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। कलेक्टर ने खाद्यान्न वितरण, उठाव और पूर्ति की समीक्षा भी की। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जनपद पंचायत वार, ग्रामीण आवास और नगरीय निकायवार पूर्ण किये गये आवासों की जानकारी भी ली गई। बैठक में विभागवार टीएल प्रकरणों की समीक्षा भी की गई।
निर्वाचन गतिविधियों की समीक्षा में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने संलग्न नोडल अधिकारियों को निर्वाचन कार्य त्वरित और समय सीमा के भीतर निष्पादित करने के निर्देश दिये। उन्होंने मतदाता सूची संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्य की समीक्षा करते हुए विधानसभा क्षेत्रवार अब तक शून्य फार्म फीडिंग वाले मतदान केन्द्रों का परीक्षण करने के निर्देश निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण और सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को दिये। कर्मचारी डाटा बेस की जानकारी लेते हुए कलेक्टर ने कहा कि जिन विभागों या संस्थाओं ने अपने कर्मचारियों की सम्पूर्ण डाटा फीडिंग नहीं की है। उन विभाग प्रमुखों को कारण बताओ नोटिस जारी करें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सितम्बर माह चलने वाले कृमि नाशन अभियान की जानकारी दी।