Tiger Death: digi desk/BHN/ मध्य प्रदेश के सिवनी दक्षिण सामान्य वनमंडल के खवासा परिक्षेत्र अंतर्गत 18 दिसंबर शुक्रवार शाम वयस्क बाघ का शव मिला था, जिसकी मौत खेत में फैलाए गए बिजली के तार की चपेट में आने से हुई है। 19 दिसंबर शनिवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद वन अधिकारियों ने मामले का खुलासा किया है। आरोपित मिथलेश भलावी (23) ने खेत में लगी फसल की सुरक्षा के लिए बिजली के तार बिछाए थे, जिसकी चपेट में आने से नर बाघ की मौत हो गई। बाद में आरोपित ने अन्य साथियों की मदद से मृत नर बाघ के शव को पाटन बीट के पिंडरई बुट्टे कक्ष क्र. 257 में ले जाकर फेंक दिया। इस मामले में वन विभाग ने आरोपित मिथलेश भलावी (23) सांवगीरीठ गांव निवासी को गिरफ्तार कर रही है। मामले में पूछताछ कर अन्य आरोपितों की पतासाजी की जा रही है।
फारेंसिक लैब भेजा जा रहा विसरा
शुक्रवार को गश्ती के दौरान वनकर्मी ने पिंडरई बुट्टे में नाले के पास बाघ का शव देखा था। सूचना पर मुख्य वनसंरक्षक आरएस कोरी, वन्यप्राणी चिकित्सा अखिलेश मिश्रा व अन्य वन अधिकारी मौके पर पहुंचे। शनिवार सुबह पोस्ट मार्टम के बाद मृत बाघ का शव एनटीसीए की गाइड लाइन के तहत अधिकारियों की उपस्थिति में जला दिया गया है। बाघ का विसरा जांच के लिए फारेंसिक लैब भेज दिया गया है।
एक और युवा बाघ खो दिया
करंट की चपेट में आकर मृत हुए बाघ की उम्र करीब 3 साल के आसपास बताई गई है। एक पखवाड़े के भीतर जिले में दो बाघों का शिकार हो गया है। 16-17 दिसंबर की रात केवलारी के खैरी गांव निवासी एक शिकारी रामदयाल मलगाम (23)को बाघ के अंगों के साथ गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपितों के साथ मिलकर रामदयाल ने करीब 10 दिन पहले केवलारी के खैरी कटंगा तालाब के पास वयस्क बाघ का फंदा लगाकर शिकार किया था। बाद में शव से खाल, हड्डी, नाखून, दांत निकालकर कंकाल को मौके पर ही छोड़ दिया गया था। इसी साल 30 मई को पेंच टाइगर रिजर्व के कर्माझिरी कोर एरिया की बायसन बीट के बकराकस्सा टापू के कक्ष क्रमांक 588 में एक नर बाघ शावक को कंकाल मिला था। ताकतवार बाघ के हमले में एक बाघ शावक की मौत हुई थी। बाघ की पहचान पेंच के टी-1583 बाघ के रूप में हुई थी, जिसकी उम्र करीब डेढ़ साल थी।
बाघ अंगों की तस्करी के मामले में छानबीन जारी
आरोपित के कब्जे से वन अमले को बाघ अंगों के साथ पैंगुलिन का स्केल भी मिला है। बाघ व पैंगुलिन अंगों की तस्करी में लिप्त अन्य शिकारियों की तलाश की जा रही है। मामला वन विकास निगम बरघाट प्रोजेक्ट के जंगल का है, जिसकी छानबीन वन अमले ने शुरू कर दी है। मामले मंे बड़े शिकारी गिरोह के शामिल होने का अंदेशा जताया जा रहा है। करीब एक साल पहले पैंगुलिन का शिकार होने की बात पूछताछ में मसाने आई है। बाघ के दांत व कुछ हड्डिया अन्य फरार शिकारियों के पास होने की बात कही जा रही है।