National himachal pradesh heavy rainfall causes havoc in state more then 90 people died with loss of 2000 cr: digi desk/BHN/ नई दिल्ली/ मानसून की भारी बारिश और भूस्खलन ने हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही मचाई है। ताजा जारी आंकड़ों के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में 24 जून से 13 जुलाई तक 91 लोगों की मृत्यु हुई, जबकि 101 लोग घायल हुए। भूस्खलन, बादल फटने और अचानक आई बाढ़ से 34 मौतें हुईं। प्रदेश में भूस्खलन की 53 घटनाएं और फ्लैश फ्लड की 33 घटनाएं दर्ज की गईं। हिमाचल प्रदेश को बारिश से करीब 2000 करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन किया गया है। इसके अलावा करीब 2 हजार घरों को नुकसान पहुंचा है।
अभी भी फंसे हैं लोग
प्रदेश से करीब 50 हजार पर्यटकों को सुरक्षित बाहर भेजा गया, लेकिन अब भी 20 हजार पर्यटकों के अलग-अलग स्थानों पर फंसे होने की गुंजाइश है। इसके अलावा चंद्रताल में भी करीब 300 पर्यटक तीन दिन से फंसे हुए हैं. रेस्क्यू टीम इन पर्यटक को तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। कुल्लू और मनाली में अस्थाई रूप से बिजली मोबाइल कनेक्टिविटी को बहाल कर दिया गया है।
राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग
सात महीने के छोटे से वक्त में ही हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के सामने बड़ी चुनौती आ खड़ी हुई है। पहले से ही कर्ज के बोझ तले दबे हिमाचल पर बारिश से हुए नुकसान का अतिरिक्त बोझ आ पड़ा है। बारिश से हुए नुकसान के आकलन के लिए राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है, जो प्रदेश में नुकसान पर रिपोर्ट पेश करेगी। बता दें कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार लगातार केंद्र से मांग कर रही है कि हिमाचल प्रदेश में बारिश से हुई तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित की जाए। उधर, हिमाचल प्रदेश की स्थिति पर चर्चा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गुरुवार को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।