सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र ने बताया कि पूर्व में कक्षा 5वीं, के गणित विषय एवं कक्षा 8वीं के गणित एवं संस्कृत विषय की निरस्त परीक्षा की संशोधित समय-सारणी राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा घोषित कर दी गई है। जिसके अनुसार कक्षा 5वीं की गणित, संगीत (दृष्टिबाधितों हेतु )की परीक्षा 15 अप्रैल को दोपहर 2 बजे से 4ः30 बजे तक होगी। इसी प्रकार कक्षा 8वीं की गणित, संगीत (दृष्टिबाधितों हेतु) 15 अप्रैल को एवं तृतीय भाषा (केवल scert पाठ्क्रम अन्तर्गत परीक्षा देने वाले परीक्षार्थी हेतु ) की परीक्षा 17 अप्रैल को दोपहर 2 बजे से 4ः30 बजे तक आयोजित होगी। कक्षा 8वीं अन्य तृतीय भाषा का चयन करने वाले तथा scert पाठ्क्रम अनुसार परीक्षा में भाग लेने वाले परीक्षार्थियों की पूर्व 1 अप्रैल को आयोजित परीक्षा ही मान्य होगी। यह परीक्षा पूर्व निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर ही आयोजित होगी।
15 अप्रैल तक शतप्रतिशत लक्ष्य पूरा करने वाली पंचायत होगी पुरुस्कृत
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में हितग्राहियों को आनलाइन पंजीयन करने सतना जिले में ग्राम वार और नगरीय निकाय वार्ड स्तर पर कैंप लगाये जा रहे हैं।इन कैंपों में महिला हितग्राहियों का योजना के प्रति जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। हांलांकि पंजीयन कार्य 30 अप्रैल तक जारी रहेगा। जिले में अधिकारी कर्मचारियों और जनप्रतिनिधि पंचायत प्रतिनिधियों के प्रयास से 25 मार्च से 10 अप्रैल तक की अवधि में ही लक्ष्य का 65 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है।
अब 15 अप्रैल तक अपने निर्धारित लक्ष्य को शत प्रतिशत पूरा कर लेने वाली पंचायतो को कलेक्टर अनुराग वर्मा और सीईओ जिला पंचायत डा परीक्षित झाड़े प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित करेंगे।
पारस और चन्द्रभान की दिव्यांगता में छडी बनी सहारा
खुशियों की दास्तां
प्रत्येक मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई आवेदकों की समस्याओं के त्वरित निराकरण में सार्थक साबित हो रही है। सोहावल विकासखण्ड के दो अस्थि बाधित दिव्यांग लोहरौरा निवासी पारस और सोहौला निवासी चन्द्रभान सिंगरहा अपनी समस्या लेकर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष जनसुनवाई में पहुँचे। अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह को आवेदन देते हुए दोनों दिव्यांगों ने बताया कि दिव्यांगता के कारण पैर से लाचार होेने पर बिना सहारा के चलने में परेशानी होती है। पारस और चन्द्रभान ने अपर कलेक्टर से छडी दिलाये जाने की मांग की। अपर कलेक्टर ने दिव्यांगों की समस्याओं पर गम्भीरता से लेते हुए जनसुनवाई में मौजूद उप संचालक सामाजिक न्याय सौरभ सिंह को तत्काल छडी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
जनसुनवाई में अपर कलेक्टर ने अपने हाथों से दोनों दिव्यांगों को छडी उपलब्ध कराई। छडी पाकर पारस और चन्द्रभान के चेहरे खुशी से खिल उठे। दिव्यांगों ने जिला प्रशासन की कार्यशैली की सराहना करते हुए हृदय से धन्यवाद दिया। पारस और चन्द्रभान ने बताया कि पैरों से अपंग होने के कारण उन्हें कही भी आने-जाने और दैनिक कार्यों को निपटाने में बेहद परेशानी होती थी। इसके लिए परिवार के सदस्यों या आस-पडोस के लोगों का सहारा लेना पडता था। लेकिन अब छडी मिल जाने से वे अपना काम आसानी से कर सकेंगे। पारस और चन्द्रभान ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को हृदय से धन्यवाद दिया है।