Tyohar know history of ancient shiva temple in raisen fort: digi desk/BHN/भोपाल/ मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 45 किलोमीटर दूर रायसेन जिले में 1500 फीट ऊंची पहाड़ी पर स्थित एक प्राचीन किला भगवान महादेव से गहरा संबंध रखता है। 11वीं शताब्दी के आस-पास बने इस किले में राजाओं द्वारा सोमेश्वर महादेव के मंदिर का निर्माण करवाया था। आज यह मंदिर सिर्फ एक दिन खुलने की वजह से चर्चा में रहता है। जी हां, इस मंदिर के पट साल में एक बार महाशिवरात्रि के पर्व पर खुलते हैं। बाकी 364 दिन मंदिर में ताला लगा रहता है।
364 दिन बंद रहता है मंदिर
देश की आजादी के बाद इस किले पर भी मंदिर और मस्जिद का विवाद खड़ा हुआ, जिसके बाद पुरातत्व विभाग ने यहां ताले लगा दिए। अब रायसेन किला परिसर में बने इस मंदिर में ताला लगा रहता है। पुरातत्व विभाग द्वारा महाशिवरात्रि के दिन सिर्फ 12 घंटे के लिए इस मंदिर के पट खोले जाते हैं। श्रद्धालुओं की अस्था के केन्द्र सोमेश्वर महादेव के इस मंदिर में 1974 में रायेसन के लोगों ने एकजुट होकर मंदिर के पट खुलवाने के लिए आंदोलन किया था। इस आंदोलन को देखकर मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश चंद्र सेठी ने महाशिवरात्रि पर खुद आकर शिवलिंग मंदिर का ताला खुलवाया था। तब से हर महाशिवरात्रि पर मंदिर के ताले श्रद्धालुओं के लिए खोले जाते हैं और यहां विशाल मेले का आयोजन किया जाता है।