After fresh commotion ouside faculty of arts at delhi university police detain a few students and members of bhim army: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर उठा विवाद दिल्ली विश्वविद्यालय तक भी पहुंच गया है। डीयू की फैकल्टी ऑफ ऑर्ट्स में इसे दिखाने के ऐलान के बाद दिल्ली पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन सतर्क हो गया। नार्थ कैंपस के फैकल्टी ऑफ आर्ट्स पर प्रदर्शन करने वाले छात्रों और भीम आर्मी के सदस्यों को हिरासत में ले लिया गया है। विश्वविद्यालय के आसपास धारा 144 लगा दी गई है और पुलिस के मुताबिक फिलहाल शांति है। बता दें कि कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने गुजरात दंगे पर बनी डॉक्यूमेंट्री आज शाम डीयू में दिखाने का एलान किया था।
डीयू ने नहीं दी स्क्रीनिंग की इजाजत
उधर दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर ने कहा कि इस डॉक्युमेंट्री की स्क्रीनिंग के लिए ना तो कोई इजाजत ली गई है और ना ही दी गई है। ऐसे में जिन छात्रों को हिरासत में लिया गया है उनके आई-कार्ड चेक किये जाएंगे और विश्वविद्यालय का स्टूडेंट पाये जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
कई कॉलेजों में हंगामा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली विश्वविद्यालय के अंबेडकर कॉलेज में भी बीबीसी के विवादित डॉक्युमेंट्री के प्रदर्शन का आयोजन किया गया था। इसके बाद कैंपस में बिजली काट दी गई। इस पर वामपंथी छात्र संगठन (SFI) के छात्रों ने स्मार्टफोन में डॉक्युमेंट्री के क्यूआर कोड शेयर किये। इसकी स्क्रीनिंग से पहले अंबेडकर कॉलेज प्रशासन ने गेट पर ताला लगा दिया था। गेट पर कॉलेज के सुरक्षाकर्मी भी तैनात हैं। वहीं टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस ने भी छात्रों को इस डॉक्युमेंट्री के स्क्रीनिंग से दूर रहने के निर्देश दिये हैं।
क्या है विवाद
बीबीसी की डॉक्युमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ की स्क्रीनिंग को लेकर देश की तमाम यूनिवर्सिटीज में हंगामा हो रहा है। बता दें कि ये डॉक्युमेंट्री साल 2002 के गुजरात दंगों पर आधारित है, जब नरेंद्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे।सरकार ने इस डॉक्युमेंट्री पर बैन लगा दिया है और छात्र संगठन इसकी विश्वविद्यालयों में स्क्रीनिंग की कोशिश कर रहे हैं। जेएनयू, जामिया, कोलकाता, हैदराबाद समेत कई यूनिवर्सिटीज में इस मुद्दे पर बवाल हो रहा है।