रीवा, भास्कर हिंदी न्यूज़/ रीवा में भाजपा कार्यालय के सामने स्थित शिव मंदिर को तोड़ने पर भारी बवाल हो गया। मंदिर को शुक्रवार आधी रात तोड़ दिया गया। इसके लिए बिना अनुमति भी नहीं ली गई। जिसके बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल समेत कांग्रेस भी विरोध में उतर गई है। वहीं, भाजपा का कहना है कि मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया जा रहा है।
मामला ढेकहा तिराहा पर स्थित अटल कुंज भाजपा कार्यालय का है। इसके सामने एक छोटा सा शिव मंदिर भी है। पास में ही बिजनेस कॉम्प्लेक्स भी है। रात करीब 11 बजे मंदिर के पुजारी पूरन शुक्ला के निर्देश पर जेसीबी की मदद से शिव मंदिर का गुंबद गिराया जा रहा था। यह देख राहगीरों ने विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को इसकी जानकारी दी।
खबर मिलते ही रात में ही हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता व पदाधिकारी यहां पहुंच गए। सभी ने कार्रवाई का विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। जिसके बाद मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अफसरों ने हस्तक्षेप करते हुए मामला शांत कराया गया। कांग्रेस नेताओं ने मंदिर को लेकर प्रशासन और भाजपा पदाधिकारियों की घेराबंदी की। कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी पीयूष बबेले ने ट्वीट कर कहा है कि बीजेपी का बुलडोजर पहले इंसानों पर चलता था, लेकिन अब भगवान पर भी चल रहा है। रीवा जिले में पहले मंदिर के पीछे बीजेपी कार्यालय बनाया गया। अब कार्यालय के सामने बने प्रचीन शिव मंदिर को तोड़कर बीजेपी कार्यालय की शोभा बढ़ाई जाएगी।
महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष कविता पाण्डेय ने आरोप लगाया कि भाजपा सांसद व विधायकों को शिव मंदिर खटक रहा था। इस मंदिर से हजारों लोगों की आस्था जुड़ी है, लेकिन भाजपा कार्यालय की शोभा बिगड़ रही थी, इसलिए रात में मंदिर तोड़ दिया गया। जब जनता ने विरोध किया, तो भाजपा बोली हम नहीं जानते हैं। भाजपा के लोगों ने खुद भगवान को बेघर कर दिया।
भाजपा से नगर निगम के स्पीकर व्यंकटेश पाण्डेय ने बताया कि मंदिर के पुजारी पूरन शुक्ला जर्जर मंदिर का जीर्णोद्धार कराने वाले हैं। निर्माण समिति के लोग भव्य मंदिर बना रहे हैं। रात में दो-चार लोग रास्ता चलते आए और उन्होंने ही उपद्रव कर अफवाह फैलाई है। आने वाले दिनों में मंदिर की मरम्मत कर नया बनाया जाएगा। सभी मोहल्लावासियों की मदद से नेक कार्य चल रहा है। गिराने जैसी कोई बात नहीं है।
डीएसपी उदय मिश्रा ने बताया कि मंदिर में तोड़फोड़ के विरोध को देखते हुए पुलिस व प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया। जांच में पता चला है कि पुजारी पूरन शुक्ला ने मंदिर गिराने के लिए कागज का बोर्ड चस्पा किया है। पुजारी ने मंदिर गिराने की परमिशन नहीं ली है। वे जर्जर मंदिर का जीर्णोद्धार करा रहे हैं।
घटना को लेकर हिंदूवादी संगठनों ने विरोध जताया। विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के पदाधिकारी एसपी नवनीत भसीन ने नाम ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की। कहा गया है- मंदिर के पुजारी व जेसीबी से मंदिर क्षतिग्रस्त करने वाले ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज हो। अगर 48 घंटे में कार्रवाई नहीं हुई, तो प्रदर्शन किया जाएगा।