Itarsi railway news seeing the dirty pillow sheet tte staff created ruckus on the platform: digi desk/BHN/इटारसी/ बारह बंगला में रेलवे द्वारा संचालित टीटीई रनिंग रूम अव्यवस्थाओं का शिकार है। यहां की समस्याओं से लगातार बाहर से आने वाले टीटीई परेशान हो रहे थे। गुरूवार को भुसावल से आए रनिंग स्टाफ को जब रूम में चादर-तकिए नहीं मिले तो स्टाफ ने हंगामा कर दिया। भुसावल, नागपुर, जबलपुर एवं अन्य मंडलों से आए टीटीई ने हंगामे के बाद प्लेटफार्म एक पर स्टेशन प्रबंधक कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। टीटीई का कहना था कि जब तक रनिंग रूम की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं आएगा, तब तक सारे टीटीई प्लेटफार्म पर ही रुकेंगे। नाराज स्टाफ को समझाइश देने के लिए मंडल वाणिज्य प्रबंधक विकास सिंह एवं जानीटर राजू उइके ने काफी प्रयास किया। रेलकर्मियों ने नारेबाजी करते हुए प्लेटफार्म पर ही फटे चादर बिछाकर यहां खाना खाकर विरोध प्रदर्शन किया। मामले की जानकारी आला अफसरों तक पहुंच गई है।
फटे चादर दिए, धुलाई तक नहीं
इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ एसोसिएशन के सचिव एवं भुसावल के टीटीई निसार खान ने बताया कि हम लोग कुशीनगर एक्सप्रेस लेकर आए थे। यहां से रनिंग रूम गए तो पलंग पर चादर नहीं थी, शिकायत पर यहां तैनात कर्मचारी बोले कि लाकर दे रहे हैं, तभी ठेकेदार का कर्मचारी बेडशीट का बंडल घसीटते हुए लाया, इसमें चादरें रखी थीं जो सारी गंदी थीं। आरोप है कि चादर-तकिया कवर की नियमित धुलाई की जगह इन्हें एक मंडल से दूसरे मंडल के कमरों में पहुंचा दिया जाता है, जबकि चादर धुलाई के लिए रेलवे ने ठेका दिया है।
आलमारी में रखे थे कंबल
शिकायत पर डीसीआइ ने जब रनिंग रूम की आलमारी खंगाली तो यहां 2022 में आवंटित चादर-कंबल, बाथ स्टूल, मग मिले। टीटीई ने कहा कि जब रेलवे सामान दे रही है, तो हमें उपयोग हेतु क्यों नहीं दिया जा रहा है, इसे ठेकेदार बेचने का प्रयास करता है। यहां सालों से एक ठेकेदार खाना दे रहा है, उसके कुक ठीक नहीं है। परिसर में साफ-सफाई का ख्याल भी नहीं रखा जाता। गर्मी में यहां एसी लगाना चाहिए, लेकिन कूलर लगाए जाते हैं। हालांकि इस मामले में कूलिंग को लेकर हम समझौता कर लेते हैं। स्टाफ ने कहा कि रेलवे बोर्ड ने पत्र दिया है कि टीटीई स्टाफ को भी रनिंग रूम में गार्ड-पायलट की तर्ज पर बेहतर सुविधाएं दी जाना चाहिए, जिससे ड्यूटी से पहले हम आराम से यहां रह सकें, लेकिन इटारसी समेत अन्य रनिंग रूम में कहीं भी बेहतर प्रबंध नहीं किए गए हैं।
रोजाना 600 टीटीई रुकते हैं
इटारसी रनिंग रूम में रोजाना सेन्ट्रल रेलवे, वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे, नार्दन सेन्ट्रल रेलवे भुसावल, नागपुर, जबलपुर समेत अन्य डिवीजन से ट्रेन लाने वाले करीब 600 टीटीई रोजाना रुकते हैं, इनके लिए रेलवे लाखों रुपये का भुगतान कर रनिंग रूम का संचालन करती है।