Nostradamus Predictions 2023: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ इतिहास में कई ऐसे भविष्यवक्ता हुए हैं जिन्होंने अपनी किताब में आने वाले कई सौ वर्षों में होने वाली घटनाओं की भविष्यवाणी की है। इन्हीं में से एक हैं 16वीं सदी के फ्रांसीसी ज्योतिष नास्त्रेदमस। जिन्होंने दुनिया में होने वाली कई सारी बातों को पहले से ही अपनी किताब लेस प्रोफेटीज में लिख दिया था। नास्त्रेदमस ने ही अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की मृत्यु और फ्रांसीसी क्रांति की भविष्यवाणी की थी। नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार साल 2023 में होंगी ये बड़ी घटनाएं।
तीसरा विश्व युद्ध
नास्त्रेदमस द्वारा की गई भविष्यवाणी के अनुसार साल 2023 में यूक्रेन और रूस की बीच टकराव बना रहेगा। इस युद्ध के तीसरे विश्व युद्ध में बदलने की आशंका बनी हुई है। 2023 में भी ये युद्ध 7 महीने तक चलेगा।
मंगल ग्रह पर इंसान
नास्त्रेदमस ने अपनी किताब में इस बात की भविष्यवाणी की है कि साल 2023 में अपने प्रायसों से इंसान मंगल ग्रह पर पहुंचने में सफलता प्राप्त कर सकता है। मंगल को लेकर वैज्ञानिकों को एक बहुत बड़ी सफलता हाथ लगेगी।
आर्थिक संकट का सामना
नास्त्रेदमस के अनुसार दुनियाभर के कई देश आर्थिक संकट से जूझते दिखाई देंगे। कोविड महामारी और यूक्रेन युद्ध के बाद बने हालात के बाद कुछ देशों में लोगों को ठीक से खाना तक नसीब नहीं होगा। बेरोजगारी चरम होगी। लाखों लोगों की नौकरी जाएंगी। आदमी ही आदमी को खाने के लिए भागेगा।
चरम पर ग्लोबल वार्मिंग
नास्त्रेदमस ने अपनी पुस्तक में ग्लोबल वार्मिंग को लेकर भविष्यवाणी की है कि साल 2023 में तापमान में और अधिक वृद्धि देखने को मिलेगी। समुद्र का जल स्तर भी बढ़ेगा। नास्त्रेदमस के अनुसार सूरज की तपिश से सागर की मछलियां भी मर जाएंगी। 2023 वह वर्ष हो सकता है जब जलवायु परिवर्तन अपने चरम पर पहुंच जाएगा।
नास्त्रेदमस ने अपनी किताब में 942 कविताएं लिखी हैं। इन्हीं कविताओं के मध्यम से उन्होंने भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में करीब 450 साल पहले बता दिया था। करीब 75 फीसदी से ज्यादा भविष्यवाणी अब तक सच हो चुकी हैं। नास्त्रेदमस ने ही बताया था कि जर्मनी में हिटलर का उदय होगा। दूसरा विश्वव युद्ध होगा। 11 सिंतबर को अमेरिका में आतंकी हमला होगा। उन्होंने परमाणु बम बनाने से लेकर कोरोनावायरस महमारी के बारे में पहले ही बता दिया था। साल 2022 के बारे में नास्त्रेदमस ने बताया था कि रूस एक युद्ध शुरू करेगा जो कई महीने तक चलेगा। धीरे-धीरे यूरोपीय देश इसमें हिस्सा लेंगे। 2023 में ये बड़ा रूप लेगा। छोटे देशों का अस्तिव मिट जाएगा। उन्होंने यह बताया था कि 2022 से 2025 के बीच कुछ देशों के आर्थिक हालात बेकार हो जाएंगे। लोग भुखमारी और बेरोजगारी से मरने लगेंगे। वर्तमान में श्रीलंका, अफगानिस्तान, यूक्रेन, रूस और पेरू जैसे देश इसका ताजा उदाहरण हैं।