सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले में रबी फसलों के लिये किसानों को खाद की समुचित आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है। जिले में खाद की रैक प्राप्त होने के अनुसार डीएपी और यूरिया का वितरण किसानों को किया जा रहा है। सतना जिले में सहकारी समिति विपणन संघ तथा निजी विक्रेताओं के पास 14 नवम्बर की प्रातः 11 बजे तक की स्थिति में 10010.43 मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरक भंडारित है। इनमें सहकारी समितियों एवं संस्थानों में 4491.78 मीट्रिक टन तथा निजी संस्थानों में 5518.64 मीट्रिक टन की उपलब्धता है। उपलब्ध मात्रा यूरिया 4207.26 मीट्रिक टन, डीएपी 2277.15 मीट्रिक टन, एमओपी 112.35 मीट्रिक टन, एनपीके 1899.95 मीट्रिक टन एवं एसएसपी 1513.71 मीट्रिक टन की उपलब्धता सहकारी एवं निजी विक्रय प्रतिष्ठानों में है।
उप संचालक कृषि केसी अहिरवार ने बताया है कि शासन के आदेश अनुसार प्रत्येक डबल लॉक केन्द्र पर पीओएस मशीन के माध्यम से किसानों को उर्वरक का वितरण सरलता से किया जा रहा है। सर्वर डाउन होने की समस्या के फलस्वरुप ऑफलाइन भी खाद वितरण की सुविधा शासन द्वारा दी गई है। इसके लिये उन्हें कृषि भूमि के कागजात और आधार कार्ड दिखाना होगा। उर्वरक की जिले में लगातार आपूर्ति बनी हुई है। जो कृषक सहकारी समिति के सदस्य है वे सहकारी संस्था से एवं जो कृषक डिफाल्टर है अथवा सहकारी समिति के सदस्य नहीं है, वे उर्वरक अपने नजदीकी विपणन संघ के गोडाउन (डबल लॉक या मार्केटिंग सोसायटी/एमपी एग्रो अथवा निजी विक्रेता से निर्धारित दर पर उर्वरक प्राप्त कर सकते हैं।
उप संचालक ने बताया कि कलेक्टर अनुराग वर्मा के निर्देशानुसार सभी खाद वितरण केंद्रो में पंडाल, छाया, बैठने के लिये कुर्सियां और पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है। सभी एसडीएम एवं तहसीलदार अपने-अपने क्षेत्र के खाद विक्रय केंद्रो का सतत् भ्रमण करते हुये किसानों को सुविधाजनक ढंग से खाद का वितरण करा रहे हैं। खाद वितरण केंद्रो में किसानों को कतार में खड़ा नहीं होना पड़े, उन्हें खाद के लिये अधिक समय तक इंतजार नहीं करना पड़े। इस ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सभी समितियों और खाद गोदाम के विक्रय केन्द्रों में स्थानीय क्षेत्र के थोक और रिटेलर खाद विक्रेताओं को उपलब्ध खाद के स्टॉक सूची के साथ बिठाया गया है। किसानों को उनके पास उपलब्ध खाद की सुगम उपलब्धता किसानों के लिये सुनिश्चित की गई है।