Most Wanted Gangster Vikas Dubey Case: कानपुर के बिकरू गांव की घटना की जांच के लिए बनी एसआईटी ने उत्तर प्रदेश सरकार को रिपोर्ट सौंप दी है. घटना को लेकर एसआईटी ने डिटेल रिपोर्ट बनाई है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जाता है कि एसआईटी ने 9 बिंदुओं के आधार पर जांच की है. जांच रिपोर्ट 3,100 पन्नों की है उसमें मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे के काले साम्राज्य का जिक्र भी है. बड़ी बात यह है एसआईटी की रिपोर्ट में गैंगस्टर विकास दुबे से जुड़े कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
एसआईटी की जांच रिपोर्ट में खास
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एसआईटी ने 3,100 पन्नों की रिपोर्ट तैयार की है. उसमें जिक्र है कि मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे की मदद करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए. एसआईटी की जांच रिपोर्ट में गैंगस्टर विकास दुबे की 150 करोड़ रुपए की संपत्ति का पता चला है. जिसकी जांच ED (प्रवर्तन निदेशालय) से कराने की सिफारिश की गई है. इसके पहले योगी सरकार ने नवंबर में तत्कालीन एसएसपी अनंद देव को निलंबित किया था. उनके और विकास दुबे के बीच सांठगांठ का पता चला था.
एनकाउंटर में विकास दुबे की मौत
उत्तरप्रदेश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे पर दो जुलाई को कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोप था. इस घटना के बाद गैंगस्टर विकास दुबे फरार चल रहा था. घटना के कुछ दिनों बाद विकास दुबे को मध्यप्रदेश के उज्जैन से पकड़ा गया था. वहां से उत्तरप्रदेश की पुलिस उसे लेकर कानपुर लौट रही थी. इसी दौरान उत्तरप्रदेश की सीमा में भागने के दौरान पुलिस से हुई मुठभेड़ में गैंगस्टर विकास दुबे की मौत हो गई थी. अब, बिकरू मामले की जांच में जुटी एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है.