newborn baby deathin hospital: शहडोल/ शहडोल जिला अस्पताल के एसएनसीयू और पीआइसीयू में बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते 72 घंटे में पीआईसीयू और एसएनसीयू में 8 बच्चों की मौत चुकी है। इसमें पीआइसीयू के तीन और पांच बच्चों ने एसएनसीयू में दम तोड़ा है। मौत के मामले में फिर जिला अस्पताल प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसमें कई बच्चे आदिवासी समुदाय से हैं।
जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल में देर रात 2 बच्चों की मौत फिर हुई है। दोनों नवजात अनूपपुर जिले के रहने वाले थे। इनमें ताड़ीपाथर की 10 दिन की महिमा, हर्रा टोला जैतहरी में रहने वाले 3 माह के पवन सिंह का नाम शामिल है। शहडोल जिला अस्पताल का निरीक्षण करने देर रात कलेक्टर पहुंचे। उनके बाद मंगलवार की सुबह मेडिकल कॉलेज की टीम जांच के लिए जिला अस्पताल पहुंची। यह टीम बच्चा वार्ड की जांच में जुटी है।
2 बच्चों की हालत नाजुक
जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती 2 और नवजातों की हालत गंभीर बनी हुई है। बताया जा रहा है कि वार्ड में पर्याप्त वेंटिलेटर नहीं होने के कारण भी दिक्कत आ रही है। पीआईसीयू में 8 और एसएनसीयू 33 बच्चे अभी भर्ती हैं। बीती रात हुई दो बच्चों की मौत के बाद भोपाल में फिर से हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव ने कमिश्नर और कलेक्टर ने रिपोर्ट मांगी है।