T-20 World Cup 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ आईसीसी टी-20 विश्व कप में टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन किया है। जिम्बाब्वे के खिलाफ अगले मैच जीतते ही रोहित शर्मा की टीम सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी। वहीं पाकिस्तान सेमी फाइनल में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहा है। ताजा खबर यह है कि पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी शाहिद अफरीदी ने टी-20 मैचों के दौरान पक्षपातपूर्ण अंपायरिंग का आरोप लगाया है। शाहिद अफरीदी का कहना है कि अंपायर लगातार टीम इंडिया के पक्ष में फैसले दे रहे हैं। आईसीसी चाहता है कि टीम इंडिया फाइनल में पहुंचे। इसी तरह बांग्लादेश ने विराट कोहली पर ‘फेक फील्डिंग’ का आरोप लगाया है। जानिए क्या है पूरा मामला
नो बॉल अब तक नहीं भूला पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान के मैच के बाद से पाकिस्तान में पक्षपात की बातें हो रही हैं। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में विराट कोहली ने अंपायर मरैस इरास्मस से नो-बॉल की मांग की थी। अंपायर ने नो बॉल दी, जिसके बाद से पाकिस्तानी प्रशंसक खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। पाकिस्तान में लोगों का मानना है कि भारत-पाकिस्तान मैच का वह टर्निंग पाइंट था।
विराट कोहली पर क्यों लगा फेक फील्डिंग का आरोप
टीम इंडिया ने अपने पिछले मुकाबले में बांग्लादेश को पांच रन से हरा दिया। अब बांग्लादेश के खिलाड़ी और वहां का क्रिकेट बोर्ड विराट कोहली पर फेक फील्डिंग का आरोप लग रहा है। साथ ही कहा जा रहा है कि अंपायर ने इस गलती को भी इसलिए नंजरअंदाज कर रहे हैं, क्योंकि कोहली भारतीय खिलाड़ी हैं। इस मैच पर पाकिस्तान की भी नजर थी, क्योंकि यहां भारत की हार होती तो सेमीफाइनल में पहुंचने के पाकिस्तान के चांस बढ़ जाते।
बांग्लादेश के खिलाफ मैच को लेकर दोनों देशों (पाकिस्तान और बांग्लादेश) के फैन्स सवाल उठा रहे हैं। बांग्लादेश के खिलाफ मैच को लेकर कहा जा रहा है कि बारिश के बावजूद मैच शुरू किया गया, क्योंकि भारत खराब स्थिति में था और मैच नहीं होता तो बांग्लादेश की जीत तय थी। अफरीदी को लगता है कि आईसीसी का झुकाव हमेशा से भारत की तरफ रहा है।
क्या है फेक फील्डिंग का मामला
बांग्लादेश के खिलाड़ियों का कहना है कि उनकी बल्लेबाजी के दौरान 7वें ओवर की दूसरी गेंद पर यह घटना घटी थी। लिटन दास स्ट्राइकर के छोर तक दौड़ रहे थे, तभी अर्शदीप सिंह ने डीप से गेंद दिनेश कार्तिक की ओर फेंक दी। इस दौरान विराट कोहली ने ऐसा कुछ किया जो गलत है। जैसे ही अर्शदीप का थ्रो कार्तिक की तरफ बढ़ रहा था, तो कोहली ने गेंद के संपर्क में नहीं होने के बावजूद थ्रोइंग एक्शन किया था। इसे फेक फील्डिंग कहा जाता है। आरोप है कि शिकायत के बाद भी अंपायर ने ‘फेक फील्डिंग’ को नजरअंदाज किया। बता दें कि ‘फेक फील्डिंग’ पर पेनल्टी के तौर पर पांच अतिरिक्त रन दिए जाते हैं।