सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ राज्य आनंद संस्थान द्वारा अंतर्राष्ट्रीय दिवसों की श्रृंखला में 1 अक्टूबर 2022 को अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। संयुक्त राष्ट्र के आव्हान पर इस दिवस को मनाने का उद्देश्य अपने वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान उनके संबंध में चिंतन करना है और उनकी मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखना प्रमुख है। वृद्धजनों की चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था और उनकी मानसिक, शारीरिक सुरक्षा, आर्थिक सुरक्षा के प्रबंध और प्रयास करना भी है। समाज में यह चेतना जागृत की जायेगी कि वृद्धजन जीवन के अनुभवों के खजाने हैं। जिन्हें सहेजकर रखना हर समाज एवं संस्कृति की धार्मिक और नैतिक जिम्मेदारी भी है। राज्य आनंद संस्थान अपने आनंदकों के माध्यम से प्रदेशभर में वृद्धजनों के बीच जाकर कार्यक्रम करेगा और समाज में जागरुकता लाने के प्रयास करेगा।
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने राज्य आनंद संस्थान द्वारा अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर आयोजित किये जाने के लिये निर्धारित गतिविधियों एवं कार्यक्रमों का क्रियान्वयन जिले में किये जाने के निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिये हैं।
अनुविभाग क्षेत्रों में एसडीएम ने की जनसुनवाई
कलेक्टर अनुराग वर्मा के निर्देशन में मंगलवार को जिला मुख्यालय के साथ ही तहसील और अनुविभाग मुख्यालयों पर भी एसडीएम द्वारा तहसीलदार एवं अन्य विकासखंड स्तरीय अधिकारियों के साथ क्षेत्र के दूर-दराज गांवों से आए ग्रामीणों की समस्याओं को सुना। उन्होंने जनसुनवाई में उपस्थित अधिकारियों को ग्रामीणजन एवं आवेदकों की समस्या का गंभीरतापूर्वक निराकरण करने के निर्देश भी दिए। एसडीएम नागौद धीरेंद्र सिंह ने तहसील कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में आवेदकों की समस्याओं को सुनकर उनके निराकरण के संबंध में निर्देश दिए। इसी प्रकार एसडीएम उचेहरा एचके धुर्वे ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ जनसुनवाई में आवेदकों की समस्याओं पर सुनवाई की।
शासकीय स्वशासी महाविद्यालय में आयोजित हुई जिला स्तरीय प्रतियोगिता एवं सगोष्ठी
उच्च शिक्षा मंत्रालय मध्यप्रदेश शासन के आदेशानुसार आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत शहर के अग्रणी शासकीय स्वशासी महाविद्यालय सतना में दो दिवसीय जिला स्तरीय प्रतियोगिता एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें शासकीय महाविद्यालय सतना, ए.के.एस यूनिवर्सिटी, शासकीय कन्या महाविद्यालय सहित जिले के 14 महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई।
प्रथम दिवस निबंध, चित्रकला, पोस्टर, कविता लेखन, गीत लेखन, बड़ी छोटी प्रेरक कहानी की प्रतियोगिताएँ आयोजित हुईं। इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने अपने रचनात्मक कार्य से स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्थानीय नायकों को याद किया गया। इसके साथ ही भारत की श्रेष्ठता का भी चित्र उकेरा गया। जिले की नोडल अधिकारी डॉ क्रांति राजौरिया ने कहा कि इस तरह के रचनात्मक संगोष्ठियों से जिले में कला, साहित्य से जुड़ी प्रतिभाएँ निखर कर सामने आती हैं और वे ही जिले का प्रतिनिधित्व कर देश विदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाती हैं। इस मौके पर डॉ आरएस गुप्ता, डॉ रुपा सिंह, भास्कर चौरसिया, डॉ शालिनी शुक्ला, डॉ राखी सिंह, नरेंद्र पटेल, डॉ. रीता सिंह, डॉ प्रतिभा सिंह, प्रोग्राम ऑफीसर पूजा सिंह राजपूत और श्रीराम त्रिपाठी उपस्थित रहे। द्वितीय दिवस की प्रतियोगिता में रंगोली, भाषण एवं फैंसी ड्रेस का आयोजन किया जायेगा। जो कि 28 सितंबर को शासकीय महाविद्यालय में आयोजित होगी।