सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ आजादी के अमृत महोत्सव के तहत राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा एक अक्टूबर 2022 को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर प्रदेश के 100 वर्ष या उससे अधिक के वरिष्ठ मतदाता गणों को सम्मानित करने का कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों को संशोधित करते हुये 90 वर्ष की आयुसीमा को बढ़ाकर अब 100 वर्ष कर दिया है।
वरिष्ठ मतदाताओं का सम्मान कार्यक्रम मतदान जागरूकता की वृद्धि में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। निर्वाचन प्रक्रिया में मतदाता अत्यंत महत्वपूर्ण पक्ष है। जिनकी सक्रिय सहभागिता से प्रजातांत्रिक प्रणाली का सफल संचालन हो रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग ने इस संबंध में प्रदेश के समस्त कलेक्टर्स एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशानुसार वरिष्ठ मतदाताओं का सम्मान किये जाने के लिये उनका भौतिक सत्यापन बीएलओ द्वारा राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाईट के माध्यम से किया जायेगा। ऐसे मतदाताओं की जानकारी का भौतिक सत्यापन कर सम्मान एप पर ड्रॉपडाउन के माध्यम से जानकारी सबमिट की जायेगी। इस संबंध में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वे समस्त बी.एल.ओ. से जिनके मतदान केन्द्र में 100 वर्ष या उससे अधिक आयु के मतदाता निवासरत हैं, उनकी जानकारी 9 सितंबर तक फीड कराना सुनिश्चित करेंगे। जिससे वृद्धजनों के सम्मान में आयोजित होने वाले कार्यक्रम को प्रभावी बनाया जा सके।
सतना जिले के 81 वृद्ध मतदाता किये जायेंगे सम्मनित
सतना जिले में 100 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके मतदाताओं की संख्या 81 है। जिसमें चित्रकूट विधानसभा में 16, रैगांव में 7, सतना में 11, नागौद में 9, मैहर में 9, अमरपाटन में 14 एवं रामपुर बघेलान में 15 मतदाता 100 वर्ष या उससे अधिक के हैं। उल्लेखनीय है कि ऐसे मतदाता स्वतंत्र भारत के प्रथम लोकसभा आम चुनाव (1951-52) से निरंतर चुनाव की प्रक्रिया में अपना अमूल्य योगदान देकर लोकतंत्र को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। प्रदेश के श्योपुर जिले में सबसे कम 13 एवं उज्जैन जिले में अधिकतम 376 वृद्धजन हैं। पूरे प्रदेश में ऐसे वृद्धजनों की संख्या 4927 है।