सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ नगरीय निकाय निर्वाचन 2022 के निर्वाचन में नगर पालिक निगम सतना के लिये निर्वाचित महापौर और वार्ड पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह 7 अगस्त 2022 को सतना नगर के सेमरिया चौक स्थित टाउन हाल में प्रदेश के पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्ध-घुमक्कड़ जनजाति कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल मुख्यातिथ्य और सांसद सतना गणेश सिंह की अध्यक्षता में अपरान्ह 3 बजे से आयोजित होगा। समारोह में विधायक सतना सिद्धार्थ कुशवाहा विशिष्ट अतिथि होंगे।
आँगनवाड़ी केन्द्रों में 5 वर्ष तक के बच्चे का आधार पंजीयन जारी
मध्यप्रदेश में 5 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों के आधार पंजीयन को सुनिश्चित करने के लिए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा आधार पंजीयन के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग को रजिस्ट्रार बनाया गया है।
संचालक महिला बाल विकास डॉ. रामराव भोसले ने बताया कि आँगनवाड़ी केन्द्रों में 5 वर्ष तक के बच्चों का आधार पंजीयन निःशुल्क किया जा रहा है। सभी एकीकृत बाल विकास परियोजनाओं को स्थाई आधार पंजीयन केन्द्र के रूप में अधिसूचित किया गया है। एक अगस्त तक 84 हजार 91 बच्चों का आधार पंजीयन किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि 5 वर्ष तक की आयु वाले सभी बच्चों के आधार पंजीयन को सुनिश्चित करने के लिए विभाग द्वारा इंडिया पोस्ट एवं पेमेंटस बैंक को भी सहयोग किया जा रहा है। पोस्टमेन एवं ग्रामीण डाक सेवकों के माध्यम से दूरस्थ अंचलों में अभियान चलाकर बच्चों का आधार पंजीयन निरूशुल्क किया जा रहा है।
संचालक डॉ. भोसले ने बताया कि तकनीकी कार्य के लिए प्रत्येक परियोजना को डेस्कटॉप, लेपटॉप एवं टेबलेट उपलब्ध कराये गये है। कार्य में गति और गुणवत्ता के लिए विभाग द्वारा सीएससीएसपीव्ही संस्था के साथ अनुबंध किया गया है। इसमें संस्था द्वारा 8 जिलों के 46 केन्द्रों में आधार पंजीयन कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। शीघ्र ही सभी 52 जिलों में 453 आधार पंजीयन केन्द्रों में पंजीयन का कार्य प्रारंभ हो जायेगा। उन्होंने बताया कि संचालित आधार पंजीयन केन्द्रों में गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं सहित अन्य नागरिक भी आधार पंजीयन एवं अपग्रेडेशन का लाभ ले सकते हैं।
शिशुओं के लिये सुरक्षा कवच है स्तनपान
विश्व स्तनपान सप्ताह में दी जा रही महत्वपूर्ण जानकारी
शिशुओं के लिये स्तनपान सुरक्षा कवच है। नवजात शिशु को 6 माह तक सिर्फ माँ का दूध देना चाहिये। विश्व स्तनपान सप्ताह में विभिन्न माध्यमों से यह संदेश दिया जा रहा है।
विश्व स्तनपान सप्ताह में स्वास्थ्य और महिला-बाल विकास विभाग के समन्वय से विभिन्न कार्यक्रम किये जा रहे हैं। शासकीय अस्पतालों में भर्ती माताओं को स्तनपान प्रोत्साहन संबंधी जानकारी दी जा रही है। सामुदायिक प्रेरकों द्वारा स्तनपान के प्रेरणादायक अनुभवों को भी शेयर किया जा रहा है। जिला और ब्लॉक स्तर पर विभिन्न पोषण और प्रसव केन्द्रों में पदस्थ मेडिकल और पैरा-मेडिकल स्टॉफ द्वारा विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी जा रही है।
विकासखण्ड स्तर पर आशा, आशा सहयोगिनी, एएनएम और आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की संयुक्त टीम समुदाय में स्तनपान को बढ़ावा देने के लिये संदेश प्रसारित कर रही है। समुदाय में गठित मातृ समूहों, स्वास्थ्य ग्राम तदर्थ समिति की महिला प्रतिनिधियों, स्व-सहायता समूहों की महिला सदस्यों और धात्री माताओं को स्तनपान के लाभ बताये जा रहे हैं। स्तनपान के प्रति जागरूकता का कार्य 7 अगस्त तक जारी रहेगा।