शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों की बैठक
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर पूरे देश में 11 से 17 अगस्त तक स्वतंत्रता सप्ताह के अंतर्गत हर-घर तिरंगा अभियान संचालित किया जाएगा। अभियान के तहत सप्ताह भर देश के प्रत्येक नागरिक अपने घरों एवं कार्यरत संस्थानों में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इस दौरान ध्वज संहिता का पालन भी सुनिश्चित किया जाएगा। सतना जिले में अभियान के तहत 5 लाख राष्ट्रीय ध्वज फहराने का लक्ष्य रखा गया है। कलेक्टर अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को सतना शहर के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों एवं स्कूल प्राचार्यो की बैठक में अभियान के सफल क्रियान्वयन की रूपरेखा तय की गई। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित झाड़े, जिला शिक्षा अधिकारी नीरव दीक्षित, जिला कार्यक्रम अधिकारी सौरभ सिंह, जन अभियान परिषद के समन्वयक राजेश तिवारी भी उपस्थित थे।
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि हर-घर तिरंगा अभियान के तहत सतना जिले के 4.83 लाख परिवारों के घर और संस्थाओं को मिलाकर कुल 5 लाख ध्वज फहराने का लक्ष्य है। स्व-सहायता समूहों द्वारा झंडे तैयार करने का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। यह तैयार राष्ट्रीय ध्वज 5 अगस्त तक लोगों के घर-घर पहुंचाए जाएंगे। राष्ट्रीय ध्वज का वितरण सशुल्क होगा और शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से खरीदा जा सकेगा। शैक्षणिक संस्थाओं की मांग अनुसार ध्वज उन्हें मुहैया कराए जाएंगे। कलेक्टर ने कहा कि हर-घर तिरंगा अभियान शासकीय नहीं बल्कि देशवासियों का अभियान है। अभियान में हर नागरिक को जोड़ा जाए। शासकीय उचित मूल्य की दुकान से लागत के अनुरूप 25 से 30 रुपए का एक ध्वज खरीदा जा सकता है। लोगों को देशभक्ति की भावना से प्रेरित कर ध्वज क्रय करने प्रेरित किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि जो लोग झंडे क्रय नहीं कर सकते उनके लिए ईच वन-गिफ्ट वन का नवाचार भी किया जाएगा।
नोडल और जिला कार्यक्रम अधिकारी सौरभ सिंह ने हर-घर तिरंगा अभियान और ध्वज संहिता की जानकारी देते हुए बताया कि 25 जुलाई तक जिले की आवश्यकता के अनुरूप 5 लाख ध्वज तैयार कर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके पूर्व एक अगस्त से 10 अगस्त तक जन-जागरुकता और मोटिवेशन के विभिन्न कार्यक्रम से वातावरण का निर्माण किया जाएगा। अभियान के प्रचार-प्रसार की गतिविधियां प्रारंभ कर दी गई हैं। प्राइमरी और माध्यमिक शालाओं में पैरेंट्स-टीचर मीटिंग कर जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि युवा और स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अभियान की जानकारी देकर लगभग 90 प्रतिशत परिवारों तक रीच बना सकते हैं। इसलिए अभियान में शैक्षणिक संस्थानों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होगी। हर-घर तिरंगा अभियान की प्रचार-प्रसार की गतिविधियां वृहद रूप से संचालित कर 31 जुलाई तक वातावरण निर्माण किया जाएगा। इस सप्ताह विविध सामाजिक, व्यापारिक, स्वयंसेवी संगठन एवं प्रत्येक वर्ग को अभियान से जोड़ने बैठकें आयोजित होंगीं।