सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ बुधवार को गुरुपूर्णिमा का पर्व सतना जिले में धूमधाम से मनाया गया। भगवान श्री राम की तपोस्थली चित्रकूट में स्थित है इसलिए यहां साधू संतों और महात्माओं के आश्रमों और देवालयों में देश भर से उनके शिष्य गुरु पूजन के लिए पहुंचे। गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर हजारों की संख्या में भक्त अपने गुरु की चरण वंदना करने कुंडों में स्नान कर पहुंचे। जिले में चित्रकूट, धारकुंडी और मैहर में भी बड़ी संख्या में भक्तों द्वारा मठ मंदिरों में गुरुपूर्णिमा का पर्व धूमधाम से मनाया गया।
इन आश्रम और मठ में रही भीड़
चित्रकूट के पुरानी लंका, आचार्य आश्रम, कामदगिरि प्राचीन मुखारविंद मंदिर, कामदगिरि मंदिर राम मोहल्ला, सनकादिक आश्रम, पंजाबी भगवान आश्रम, रघुवीर मंदिर, कांच मंदिर तुलसी पीठ चित्रकूट, रावतपुरा सरकार आश्रम, संतोषी अखाड़ा, गायत्री शक्तिपीठ, राम धाम मंदिर, भरत मंदिर, यज्ञवेदी मंदिर, स्वर्ग आश्रम पीली कोठी, सती अनुसूइया आश्रम, रामायणी कुटी, फलाहारी आश्रम, वेदांती आश्रम, सुतीक्षण मुनि आश्रम, सरभंग ऋषि आश्रम समेत चित्रकूट के प्रमुख मठ मंदिरों में सैंकड़ों शिष्य पहुंचे। इसी तरह पहाड़ों के बीच स्थित धारकुंडी आश्रम में भी गुरूपूर्णिमा पर्व मनाने दूर-दूर से महात्माओं के शिष्य अपने गुरू का आशीर्वाद लेने पहुंचे और पहले पहाड़ों से बहते झरने और कुंड में स्नान किया फिर अपने गुरु की चरण वंदना की। सती अनुसूइया आश्रम और सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट के रघुवीर मंदिर में भी गुरु पूर्णिमा मनाई गई। इसी तरह मैहर में स्थित मां शारदा धाम में भी अपने गुरुओं का आशीर्वाद लेने शिष्य पहुंचे।
उचेहरा में मनाया गया महोत्सव
जिले के उचेहरा स्थित ललितांबा पीठाधीश्वर आचार्य जयराम महाराज के द्वारा स्थापित ललितांबा महाशक्ति पीठ रमपुरवा धाम उचेहरा में गुरु पूर्णिमा महोत्सव सुबह 10 बजे से शुरू हो गया था। तत्पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। उचेहरा के रमपुरवा धाम आश्रम में सुबह से ही पूजन अर्चन का कार्यक्रम शुरू हो गया था। इसके पश्चात 10 बजे से गुरु चरण पादुका का पूजन हुआ। इसके बाद सभी बटुक ब्रह्मचारियों के द्वारा गुरुदेव भगवान का पूजन उपरांत दोपहर 12 बजे से विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।