Manipur Landslide: digi desk/BHN/मणिपुर/ मणिपुर के नोनी जिले में गुरुवार तड़के 107 प्रादेशिक सेना (टीए) के शिविर में भूस्खलन के बाद आठ लोगों की मौत हो गई। वहीं 50 से अधिक लापता हो गए हैं। इंफाल में रक्षा जनसंपर्क कार्यालय ने कहा कि भारतीय सेना और असम राइफल्स की टुकड़ी बचाव अभियान में लगी हुई है। घटनास्थल पर मौजूद इंजीनियरिंग उपकरणों को बचाव कार्यों में लगाया गया है। नोनी के उपायुक्त के अनुसार बड़े पैमाने पर मलबे ने एजाई नदी को अवरुद्ध कर दिया है। जिससे एक जलाशय बन गया है, जिसके कारण निचले इलाकों में जलमग्न हो सकता है। उपायुक्त द्वारा जारी एक एडवाइजरी में कहा गया कि टुपुल यार्ड रेलवे निर्माण शिविर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण भूस्खलन के कारण हताहतों की संख्या बढ़ती जा रही है। दर्जनों लोग जिंदा दफन हो गए हैं। नदी का प्रवाह भी मलबे से बाधित हो गया है। जिससे एक बांध बन गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मरने वालों में सात टीए जवान थे। एक इंफाल-जिरीबाम रेलवे परियोजना के निर्माण में लगा रेलवे कर्मचारी था। टीए को निर्माणाधीन रेलवे लाइन की सुरक्षा के लिए नोनी जिले के तुपुल रेलवे स्टेशन के पास तैनात किया गया था। बयान में कहा गया कि सुबह साढ़े पांच बजे तक 13 लोगों को बचा लिया गया है। उनका नोनी आर्मी मेडिकल यूनिट में इलाज चल रहा है। भूस्खलन और खराब मौसम के कारण बचाव अभियान प्रभावित होने से 50 से अधिक लोग अभी भी लापता है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए भूस्खलन प्रभावित इलाके का दौरा किया। इस घटना पर गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीएम और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की।