अनूपपर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सोमवार को वट सावित्री, सोमवती अमावस्या और भगवान शनि के जन्म उत्सव का दुर्लभ संयोग था। यह दिन महिला-पुरुष सभी के लिए अत्यंत पावन था। सोमवार को पीपल और बरगद वृक्ष के तले सुहागिन महिलाओं ने अखंड सौभाग्य के लिए पूजा अर्चना करते हुए परिक्रमा लगाई। सोमवती अमावस्या भी इसी तिथि होने पर श्रद्धालुओं ने जिले के पवित्र नर्मदा नदी में डुबकी लगाई पूजा अर्चना कर गरीबों को दान पुण्य किया एवं पितरों की पूजा अर्चना करते हुए अपने दिवंगतों को स्मरण किया। शनि अमावस्या का पावन दिवस भी इसी दिवस पर रहने से श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंचकर न्याय के देवता भगवान शनि की पूजा अर्चना कर जन्मोत्सव मनाया। इस पावन अवसर पर अमरकंटक में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और पवित्र नर्मदा जल में डुबकी लगाई। जेष्ठ माह में यह तीनों पर्व एक साथ आने से हर जगह भक्तिमय माहौल रहा।
शनि मंदिरों में उमड़ी भीड़
जेष्ठ माह की अमावस्या को सूर्यपुत्र भगवान शनिदेव का जन्मोत्सव मनाया जाता है। सोमवार को इस अवसर पर नगर के सभी शनि मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से उमड़ी। शनी प्रतिमा पर तेल अर्पित किया गया काली उड़द और पुष्प चढ़ाए गए कई भक्तों ने शनि मंत्र का जाप किया तथा जरूरतमंदों को दान किया गया।