crime: उमरिया/ बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व पनपथा बफर के जंगल से लगे शहडोल जिले के जंगल में बाघ करंट का शिकार इसलिए हो गया क्योंकि इस क्षेत्र में वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी काफी दिनों से गश्त नहीं कर रहे थे। गश्त नहीं होने के कारण आरोपितों को यहां करंट फैलाने का अवसर मिल गया और बाघ करंट का शिकार हो गया। इसके बाद आरोपितों ने उसे चुआ बंधा के टीले पर जमीन में दबा दिया गया था।
हालांकि बाघ के शिकार के मामले में वन विभाग ने लगभग सभी आरोपितों को पकड़ लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। फिलहाल ब्यौहारी वन विभाग के सूत्रों से दो आरोपितों के नाम ही सामने आए हैं। इनमें मन्नू कोल पिता रम्पा कोल और गोरेलाल पिता राजू कोल निवासी ग्राम जमुनिहा तहसील ब्यौहारी जिला शहडोल का नाम शामिल है। हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि अभी कुछ लोगों को सिर्फ पूछताछ के लिए उठाया गया है और अगर वे निर्दोष निकलते हैं तो उन्हें वापस जाने दिया जाएगा।
नहीं होती गश्त,कई दिनों से खूंटी गाड़कर करंट के लिए जीआई तार बिछाया जा रहा था
बताया गया है कि जहां बाघ का शिकार हुआ है वहां कई दिनों से खूंटी गाड़कर करंट के लिए जीआई तार बिछाया जा रहा था। वन विभाग के अधिकारियों और जमीनी अमले को इस बात की ट्रेनिंग दी जाती है कि जंगल में किस तरह शिकरी करंट फैलाते हैं। अगर गश्त हो रही होती तो वन विभाग के लोगों को पहले ही पता चल जाता कि किस-किस जगह खूंटी ठोकी गई थी। गश्त में करंट की दिशा पर भी ध्यान दिया जाता है और खास तौर से यह देखा जाता है कि बिजली के तार के नीचे आस-पास कहीं खूंटी ठोकने के निशान तो नहीं हैं।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने जांच में की मदद
घटना स्थल शहडोल जिले का है लेकिन बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर जोन से लगा हुआ है। मरने वाला बाघ भी बांधवगढ़ का है इसलिए इस पूरे मामले में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अधिकारियों द्वारा शहडोल वन मंडल के अधिकारियों की जांच में मदद की जा रही है। इस बारे में जानकारी देते हुए रेंजर वीरेन्द्र ज्योतिष ने बताया कि घटना स्थल से चले डॉग स्क्वाड ने कुछ दूरी पर बनी एक झोपड़ी तक उन्हें पहुंचा दिया था। इस झोपड़े से उन्हें करंट फैलाने के लिए उपयोग में लाए जाने वाला जीआई तार और जमीन में गाड़ने वाली खूंटियां भी मिला हैं। यहीं से एक आरोपित की जानकारी मिली जिसे पकड़ने के बाद शहडोल नार्थ वन मंडल के अधिकारियों को सौंप दिया गया था।
जंगली सूअर का करना था शिकार, फंस गया बाघ
गिरफ्तार आरोपितों ने वन विभाग के अधिकारियों को बताया है कि उन्होंने जंगली सूअर के शिकार की नीयत से ही करंट लगाया था। बताया जा रहा है कि आरोपितों ने जंगली सूअर आदि को मारने के लिए करंट फैलाया था लेकिन उसमें बाघ फंस गया। यह जानकारी भी सामने आ रही है कि बांध का पानी सिंचाई के लिए उपयोग लाते समय करंट फैला था।