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Satna: 12 एकड़ जमीन आवंटन मामले में सतना कलेक्टर ने दिखाई गंभीरता, पूर्व कलेक्टर द्वारा जमीनों के हेर-फेर मामला 

सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सतना के पूर्व कलेक्टर अजय कटेसरिया के जमीन घोटालों के मामले परत दर परत खुलते नजर आ रहे हैं। पूर्व में की गई जमीनों की जांच में पूर्व कलेक्टर द्वारा जमीनों का हेर-फेर किए जाने की जांच पूरी होने के बाद अब वर्तमान कलेक्टर अनुराग वर्मा सतना की विवादित जमीनों की फाइलें फिर खुलवा रहे हैं। इसी के तहत रघुराजनगर तहसील के पटवारी हल्का बेला-बठिया की आवंटन वाली 12 एकड़ भूमि के विवादास्पद मामले को न्यायालय कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट सतना अनुराग वर्मा ने गंभीरता से लिया है।

उन्होंने 24 जनवरी 2022 के पूर्व के तथ्यात्मक प्रतिवेदन उपलब्ध कराए जाने के लिए निर्देशित किया है। ज्ञात हो कि सतना जिले के पूर्व कलेक्टर अजय कटेसरिया जो कि वर्तमान में महिला एवं बाल विकास विभाग में उपसचिव हैं उन पर सतना की लगभग 40 एकड़ सरकारी जमीनों को निजी करने का आरोप है जिसपर संभागायुक्त रीवा ने जांच की और जांच में यह सत्यता पाई गई। जिसके बाद विगत दिनों सतना के चित्रकूट में गौरव दिवस के अवसर पर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी खुले मंच से सतना के पूर्व कलेक्टर अजय कटेसरिया का नाम लेते हुए कहा था कि वे बेईमानों को छोड़ेंगे नहीं और सतना के पूर्व कलेक्टर के खिलाफ उन्होंने जांच बैठा दी है।

यह है मामला 
रघुराजनगर तहसील के पटवारी हल्का बेला-बठिया की आवंटन वाली 12 एकड़ भूमि के विवादास्पद मामले को न्यायालय कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट सतना अनुराग वर्मा ने गंभीरता से लिया है। 21 जनवरी 2022 को अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) अनुविभाग रघुराजनगर सतना को जारी अपने एक हस्ताक्षरित पत्र में उन्होंने पत्र क्रमांक 79/चार. आर./2021 दिनांक 10.07.2021 एवं पत्र क्रमांक 185/चार. आर./2021 दिनांक 09.08.2021, 586/चार. आर./2021 दिनांक 28.12.2021 के संदर्भ में दिनांक 24.01.2022 के पूर्व तथ्यात्मक प्रतिवेदन उपलब्ध कराए जाने के लिए निर्देशित भी किया है। उल्लेखनीय है कि आवेदक अनिल प्रताप सिंह तनय स्वर्गीय छोटेलाल सिंह बघेल निवासी घूरडांग तहसील रघुराजनगर ने प्रस्तुत अपने आवेदन में नायब तहसीलदार रघुराजनगर के प्रकरण क्रमांक 178 ए 19/1961 में अधिकारिता विहीन आदेश दिनांक 22.09.1961 पारित कर जारी किए गए पट्टे की जांच पड़ताल कर उसे पुनः मध्यप्रदेश शासन दर्ज कराए जाने का निवेदन किया था। संदर्भित पत्र से तथ्यात्मक प्रतिवेदन भी चाहा गया था, जो अब तक उपलब्ध नहीं कराया गया।
एक के बाद दूसरी रजिस्ट्री 
जानकारी के अनुसार घूरडांग निवासी राम सिंह के साले यशवंत सिंह निवासी ग्राम कोनी के नाम आराजी क्रमांक 139 रकवा 12 एकड़ 62 डिस्मिल भूमि गुजर-बसर करने के लिए आवंटित की गई थी। बाद में 62 डिस्मिल जमीन सतना सीमेंट फैक्ट्री के नाम आवंटित हुई। दस्तावेजों के मुताबिक फैक्ट्री को आवंटित होने के बाद बटांक में दर्ज आराजी क्रमांक 139/1 में बटवारे के आधार पर यशवंत सिंह ने यही जमीन अपनी बहन कुसुम देवी सिंह के नाम रजिस्ट्री करा दी।

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