रीवा, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले के लौर थाना अंतर्गत बीती रात सड़क दुर्घटना में घायल युवक ने मऊगंज सिविल अस्पताल दम तो़ड़ दिया है। मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर पिटाई कर दी। जान बचाने के लिए नाइट ड्यूटी पर तैनात डाक्टर ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। जिसको जिंदा जलाने की कोशिश की गई। बवाल की सूचना के बाद मऊगंज पुलिस अस्पताल पहुंची। जिसने चिकित्सक को सुरक्षित बचाते हुए आक्रोशित परिजनों को शांत कराया। पुलिस ने बताया है कि दूसरे दिन पीड़ित चिकित्सक की शिकायत पर मऊगंज पुलिस ने मारपीट और तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ आईपीसी के तहत प्रकरण पंजीबद्घ किया है।
क्या थी घटना
मऊगंज एसडीओपी नवीन दुबे ने बताया कि गत रात 10 बजे के आसपास लौर थाना क्षेत्र में एक स़ड़क दुर्घटना हुई। हादसे में रवि कुमार द्विवेदी बुरी तरह जख्मी हो गया। पुलिस को सूचना देते हुए स्वजन सीधे घायल को लेकर सिविल अस्पताल मऊगंज पहुंचे। जहां इलाज के दौरान घायल युवक ने दम तो़ड़ दिया। मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए।
चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप
उन्होंने चिकित्सक अनिल सिंह उइके पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि अगर समय पर इलाज शुरू हो जाता तो घायल की जान बच जाती। लेकिन चिकित्सक टाल मटोल करते रहे। इसी बीच एक दर्जन से ज्यादा लोग अस्पताल पहुंचे। जिन्होंने चिकित्सक को मौत का जिम्मेदार बताते हुए पिटाई शुरू कर दी। भीड़ से बचकर चिकित्सक एक कमरे में कैद हो गए।
पुलिस ने बचाया
मऊगंज पुलिस को अस्पताल में बवाल होने की जानकारी दी। कुछ लोगों ने दरवाजा तो़ड़ते हुए जिंदा जला देने की बात कही। इसी बीच पुलिस पहुंच गई। जिसके बाद कमरे से चिकित्सक को बाहर निकालते हुए पूरे मामले को जाना। इधर मृतक का शव मर्चुरी में रखाते हुए दूसरे दिन पोस्ट मार्टम कराने की बात कह कर सभी को गांव भेज दिया गया। देर शाम पीएम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।