World spacex rocket departs with private astronauts creates history: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और निजी कंपनी spacex ने इतिहास रच दिया है। दोनों ने साथ मिलकर पहली बार मानव युक्त अंतरिक्ष मिशन के लिए रॉकेट रवाना कर दिया। Spacex राॅकेट शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की ओर रवाना हो गया। यह करीब 20 घंटे की उड़ान पूरी कर शनिवार को अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंच जाएगा। इस यात्रा में सभी निजी अंतरिक्ष यात्री हैं। इस मिशन को नासा का सहयोग मिला है। Spacex अब तक रॉकेट्स की मदद से सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में भेजती थी। पहली बार अंतरिक्ष यात्रियों को भेज कर उसने इतिहास रच दिया है। खराब मौसम के चलते इस उड़ान में 3 दिन की देरी हो गई।
9 साल बाद भेजा गया मानव मिशन
अमेरिका ने 9 साल बाद ऐतिहासिक कदम उठाया है। अमेरिका ने साल 2011 के बाद अब अपनी धरती से यात्रियों को स्पेस स्टेशन भेजा है। नासा के ऐडमिनिस्ट्रेटर जिम ब्राइडेनस्टीन ने ट्वीट करते हुए बताया, ‘9 साल में पहली बार अब हमने अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को अमेरिकी रॉकेट के जरिए अमेरिका की धरती से भेजा है। मुझे नासा और Spacex टीम पर गर्व है, जिसने हमें इस क्षण को देखने का मौका दिया है। यह एक बहुत अलग तरह की फीलिंग है, जब आप अपनी टीम को इस रॉकेट फाल्कन 9 पर देखते हैं। ये हमारी टीम है। यह लॉन्च अमेरिका है।’
ये है दो अंतरिक्ष यात्री
स्पेसक्राफ्ट के जरिए दो अंतरिक्षयात्री रॉबर्ट बेहेनकेन और डगलस हर्ले अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के लिए रवाना किए गए है। दोनों अंतरिक्ष यात्री 19 घंटे का सफर तय करते हुए इंटरनैशनल स्पेस सेंटर पहुंचेंगे। दोनों अंतरिक्ष यात्रियों का चयन 2000 में हुआ था। दोनों ही स्पेस शटल के ज़रिए दो-दो बार अंतरिक्ष में जा चुके हैं। ये नासा के एस्ट्रोनॉट कॉर्प्स के सबसे ज्यादा अनुभवी व्यक्ति हैं। इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को अमेरिकी कंपनी Spacex के स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए भेजा गया है। स्पेसएक्स अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क की कंपनी है।
क्या है ये मानव मिशन
इस Spacex राॅकेट और लॉन्च कैप्सूल की कई खासियत हैं, जो आने वाले दिनों में अमेरिका और नासा की स्पेस में खोज को लेकर काफी मदद कर सकती हैं। ये एक तकरीबन पूरी तरह से ऑटोमैटिक व्यवस्था होगी। स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष में पहुंचकर पहले खुद को सही ऑर्बिट में स्थापित करेगा और फिर स्पेस स्टेशन से खुद को जोड़ेगा। ये ऑटोमैटिक होगा, लेकिन स्पेस स्टेशन के अंदर मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों के पास भी इसका कंट्रोल रहेगा। एक बार मिशन पूरा होने पर क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अपने आप खुद को स्पेस स्टेशन से अलग करेगा। इसके बाद सभी जरूरी प्रोटोकॉल फॉलो करने के बाद फिर से ये धरती पर आएगा।