Gorakhpur Temple Attack: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ उत्तर प्रदेश में गोरखनाथ मंदिर में PAC जवानों पर हमला करने का आरोपी मुर्तजा अब्बासी पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। एटीएस ने भी जांच तेज कर दी है और अब पूछताछ के बाद कई सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। शुरुआती जानकारी में पता चला है कि मुर्तजा की ससुराल जौनपुर में हैं और वहीं उसकी पत्नी से भी पूछताछ की जा रही है। इससे जांच टीम ने मुर्तजा अब्बासी के घर की भी तलाशी ली, जहां उन्हें एयरगन मिली। जांच टीम ने बताया कि मूर्तजा घर में ही छत पर और खाली जगह पर एयरगन से शूटिंग सीख रहा था। शूटिंग सीखने के लिए वह अबू हमजा के गुरिल्ला वीडियो देखकर मदद लेता था।
Gorakhpur Temple Attack: गुरिल्ला वीडियो से शूटिंग सीखता था मुर्तजा, पत्नी ने किए कई खुलासे
साल 2019 में उम्मे सलमा से हुई थी शादी
पूछताछ में एटीएस टीम को पता चला है कि मुर्तजा अब्बासी की शादी 2019 में शहर के सब्जी मंडी निवासी मुजफ्फर उल हक की बेटी उम्मे सलमा उर्फ सादमा के साथ हुई थी। पूछताछ में ससुर मुजफ्फर उल हक ने बताया कि मेरी बेटी की शादी 1 जून 2019 को मुर्तजा अब्बासी के साथ हुई थी, लेकिन उसकी सास मेरी बेटी को परेशान करती थी इस कारण से शाद के कुछ दिन बाद ही बेटी को घर वापस बुला लिया था।
पत्नी बोली, जाकिर नाइक के वीडियो देखता था मुर्तजा
मुर्तजा की पत्नी उम्मी सलमा से जब मुर्तजा के आतंकी संगठन से संबंध के सवाल पर पूछा गया तो उसने कहा कि मैं जब तक ससुराल में रही थी, तब तक मेरे सामने ऐसा कुछ भी नहीं देखा। मेरी सास मुझे परेशान करती थी, वह मुझसे बहुत कम बात करते थे। जाकिर नाइक का वीडियो देखने के सवाल पर सलमा ने बताया कि मुर्तजा ने मेरे सामने कभी जिक्र नहीं किया लेकिन कभी-कभी वीडियो देखा करते थे।
लैपटॉप में मिली आपत्तिजनक सामग्री
इसके अलावा एटीएस की टीम ने बताया कि मुर्तजा ने अबू हमजा की छापामार लड़ाई का वीडियो कई बार देखा था। यह वीडियो तबाही और क्रूरता के दृश्यों से भरा रहता था। उसके लैपटॉप में यह वीडियो फाइल अरबी भाषा में आबिद नाम से सेव की गई थी। उसने 7 मिनट 57 सेकंड के इस वीडियो को कई बार देखा था।
अबू हमजा के इस वीडियो में ऐसा था कंटेंट
वीडियो में देखा जा सकता है कि एक युवक झाड़ियों की आड़ में मौके व स्थिति पर नजर रखे हुए है, वहीं 5 साथी दीवार की आड़ में खड़े होकर फायरिंग कर रहे हैं। एक के बाद एक फायरिंग की आवाज चारों तरफ गूंज रही है। दूसरा साथी राकेट लांचर लेकर सड़क पार करता है और फायर करता है…और चारों ओर धुआं छा जाता है। दूसरे रॉकेट लांचर का उपयोग करने के लिए गोला बारूद की तैयारी शुरू होती है। ये अफगान लड़ाके अरबी में बात करते हुए झाड़ियों का सहारा लेते हैं और फिर दूसरा रॉकेट लॉन्चर तैयार करते हैं। लड़ाई को लगातार अंजाम देते हैं और लगातार अरबी भाषा में बात करते हुए लड़ाई जारी रखते हैं और नाटो के सैनिकों को निशाना बनाते हैं।