Most Polluted Capital City: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ लगातार दूसरे साल दिल्ली को दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी का दर्जा दिया गया। इसके बाद ढाका (बांग्लादेश), अनजामेना (चाड), दुशांबे (ताजिकिस्तान) और मस्कट (ओमान) का स्थान है। 2021 की वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट ने इन तथ्यों का खुलासा किया है। 6478 शहरों में प्रदूषण के आंकड़ों के सर्वेक्षण से पता चला है कि एक भी देश डब्ल्यूएचओ के वायु गुणवत्ता मानक को पूरा करने में कामयाब नहीं हुआ। कुछ क्षेत्रों में कोविड-19 से संबंधित गिरावट के बाद स्मॉग फिर से बढ़ गया। केवल न्यू कैलेडोनिया, यूएस वर्जिन आइलैंड्स और प्यूर्टो रिको के क्षेत्र में डब्ल्यूएचओ पीएम 2.5 वायु गुणवत्ता दिशानिर्देशों को पूरा करते हैं।
दुनिया के सबसे प्रदूषित देशों की सूची में बांग्लादेश सबसे ऊपर है, जबकि चाड दूसरे स्थान पर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत दुनिया का पांचवां सबसे प्रदूषित देश था। डब्ल्यूएचओ ने सिफारिश की है कि पिछले वर्ष अपने दिशानिर्देशों को बदलने के बाद पीएम 2.5 के रूप में जाने वाले छोटे और खतरनाक हवाई कणों की औसत वार्षिक रीडिंग 5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए। यह कहते हुए कि कम सांद्रता से महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जोखिम होता है।
QAir द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार सर्वेक्षण में शामिल शहरों में केवल 3.4% ही 2021 में मानक पर खरे उतरे। कम से कम 93 शहरों में पीएम 2.5 का स्तर अनुशंसित स्तर से 10 गुना अधिक है। विज्ञान प्रबंधक क्रिस्टी श्रोएडर ने रॉयटर्स के हवाले से कहा कि कई देश हैं, ‘जो कटौती में प्रगति कर रहे हैं। दुनिया में ऐसे स्थान है, जहां हालात काफी खराब हो रहा है।’
आंकड़ों से पता चलता है कि 2021 में भारत का समग्र प्रदूषण स्तर खराब हो गया। नई दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बनी रही। चीन का होटन शहर सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला शहर था। जिसकी औसत पीएम 2.5 रीडिंग 100 माइक्रोग्राम से अधिक थी। भारत में भिवाड़ी और गाजियाबाद सबसे प्रदूषित शहरों में पहले और दूसरे स्थान पर हैं।