रीवा, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले के सोहागी थाना क्षेत्र अंतर्गत रायपुर बस्ती के तिवारियान टोला में स्वसहायता समूह के संचालक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। आत्महत्या के पहले मृतक ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया में वायरल भी किया है। मृतक ने उक्त वीडियो में रायपुर शासकीय स्कूल के प्राचार्य, बीआरसी एवं सीएसी पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है। बताया गया है कि भोजन वितरण की राशि के भुगतान के लिए 50 परसेंट कमीशन की मांग प्राचार्य द्वारा की जा रही थी जिसके कारण वह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गया था खाना खिलाने के लिए स्थानीय साहूकारों से न केवल कर्ज लिया था बल्कि उधार में सामान भी लिया करता था जिस से लगातार उसे उधारी की मांग की जा रही थी जिससे परेशान होकर उसने आत्मघाती कदम उठा लिया है सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा दर्जकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्योंथर भेज दिया है जहां पीएम उपरांत शव मृतक के परिजन को सौंप दिया गया है। मृतक की पहचान विनोद तिवारी पुत्र छोटेलाल तिवारी उम्र 42 वर्ष निवासी रायपुर के रूप में की गई है।

Rewa: स्वसहायता समूह के संचालक ने वीडियो में सुसाइड का कारण बताया और फंदे से लटक कर दी जान
बीआरसी पर आरोप
मृतक द्वारा जारी इंटरनेट मीडिया में बीआरसी एवं उनके कर्मचारियों पर भी आरोप लगाया है मृतक ने कहा कि समूह का अनुबंध करने के लिए बीआरसी त्योंथर द्वारा अपने अधीनस्थ कर्मचारी के माध्यम से 20000 रुपये लेने के बाद भी अनुमान नहीं किया गया जिससे वह मानसिक रूप से परेशान था। अनुबंध ना होने के कारण स्व सहायता समूह का पैसा रायपुर हाई सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य रामकृष्ण उपाध्याय के खाते में तीन माह की आई थी। जिसको देने के लिए वह 50 फीसदी राशि की कर रहे है।
क्या थी घटना
जिले के सोहागी थाना क्षेत्र के ग्राम रायपुर में एक युवक स्वसहायता समूह में अपनी भाभी के साथ मध्यान भोजन का कार्य करता था। मृतक विनोद तिवारी रायपुर का रहने वाला था। युवक की भाभी स्वसहायता समूह की अध्यक्ष थी। रायपुर बस्ती के स्कूल में बच्चों को मध्यान भोजन वितरण के लिए समूह चलाने का कार्य करता था। बीती रात में युवक ने अंदर से दरवाजा बंद करके आत्महत्या कर ली। सुबह पुलिस और परिजन के द्वारा दरवाजा तोड़कर मृतक को फंदे से नीचे उतारा गया। मृतक ने आत्महत्या के पहले एक वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया में वायरल किया। वायरल वीडियो में रायपुर शासकीय स्कूल के प्राचार्य एवं दो अन्य पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगे हैं। भोजन वितरण की राशि का समय पर भुगतान नहीं हो रहा था। वही भोजन की राशि के भुगतान के लिए 50 परसेंट कमीशन की मांग की जा रही थी।