छतरपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ बड़ामलहरा के बिजली केन्द्र पर कार्यरत एक अस्थाई बिजली कर्मी की लाइट सुधारते समय करंट लगने से गिरकर दर्दनाक मौत हो गई है। उसकी मौत से गुस्साए परिजनों ने मंगलवार को सुबह छतरपुर में बिजली दफ्तर के सामने हाइवे पर शव रखकर प्रदर्शन किया। बाद में अधिकारियों की समझाइश पर उन्होने जाम खोला और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
जानकारी के अनुसार छतरपुर में हनुमान टोरिया के पीछे वार्ड नंबर 39 में रहने वाला धर्मेंद्र खरे उम्र 36 वर्ष पुत्र स्व. मुन्नाीलाल खरे आउटसोर्सिंग से बिजली केन्द्र बड़ामलहरा क्षेत्र के दरगुंवा सब स्टेशन पर ड्राइवर के पद पर कार्यरत था। बीते रोज दरगुवां में बिजली खराब होने पर वहां पदस्थ लाइनमैन ने धर्मेंद्र खरे को लाइन बंद किए बिना ही चालू लाइन पर सुधारकार्य के लिए चढ़ा दिया। इसी दौरान वह एक तार के संपर्क में आ गया जिससे करंट लग जाने से खंभे से नीचे गिरकर उसकी मौत हो गई। मंगलवार को सुबह विभाग के वाहन से ही परिजन उसे लेकर छतरपुर आए और सीधे झांसी-ग्वालियर नेशनल हाइवे पर स्थित बिजली कंपनी के कार्यालय के सामने शव को रखकर प्रदर्शन करते हुए हाइवे को जाम कर दिया। परिजनों का आरोप था कि विद्युत कंपनी के लाइनमैन की लापरवाही के चलते धर्मेन्द्र की मौत हो गई है।
उनका कहना था कि चालक का काम वाहन चलाना है न कि खंभे पर चढ़कर बिजली सुधारना, जबकि उसे जबरन खंभे पर चढ़ाकर मौत के मुंह में ढकेला गया है। अब उसके परिवार को अब मदद की दरकार है। काफी देर तक प्रदर्शन चलने के बाद वहां सिटी कोतवाली पुलिस, एसडीएम, सीएसपी व बिजली कंपनी के अधिकारी पहुंचे। उनकी समझाइश के बाद परिजनों का गुस्सा शांत हुआ, एसडीएम विनय द्विवेदी ने पीडित परिवार को 20 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता राशि देने और बिजली कंपनी के अधिकारियों विभाग की ओर से हरसंभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर चले गए।