कई मामले आ चुके सामने 
उल्लेखनीय है कि दमोह जिले में लगातार ही रिश्वत लेने के मामले सामने आ रहे हैं। इसमें जबेरा विधानसभा क्षेत्र में एक माह के अंदर लोकायुक्त सागर द्वारा रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े जाने के 4 मामले शामिल हैं। इसके पूर्व तेंदूखेड़ा में धान खरीदी केंद्र पर रिश्वत लेते हुए एवं बनवार उप तहसील के बाबू विनोद दुबे जबेरा में डा. प्रोमी कोष्‍टा को रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त की टीम द्वारा रंगे हाथों पकड़ा गया था। वर्तमान में दमोह जिले में लोकायुक्त द्वारा जिस प्रकार की कार्रवाई की जा रही हैं उससे यह अवश्य ही प्रतीत होता है कि दमोह जिले में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है।