सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ राज्य शासन के निर्देशानुसार पोषण अभियान में सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने प्रदेश की सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में प्रति शनिवार पोषण मटका दिवस एवं बाल भोज दिवस का आयोजन किया जाएगा। पोषण मटका को व्यापक जन भागीदारी को सशक्त बनाने और जनांदोलन का रूप देने शनिवार को जिले के आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषण मटका दिवस और बाल भोज के आयोजन किए गए।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास सौरभ सिंह ने बताया कि प्रत्येक शनिवार को आयोजित होने वाले पोषण मटका दिवस पर पोषण मटका के लिए समुदाय से खाद्य सामग्री, साग-सब्जी, फल अथवा दूध तथा दूध से निर्मित सामग्री सहयोग के रूप में प्राप्त कर आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चों को भोज दिया जाता है। इसके अलावा पोषण मटका में प्राप्त खाद्य सामग्री, साग-सब्जी, फलों को उस ग्राम के वार्ड की गर्भवती, धात्री माताओं एवं कुपोषण वाले बच्चों के परिवारों को प्रदान किया जाता है। 6 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों के लिए सामुदायिक सहयोग से स्थानीय व्यंजन तैयार कर सामूहिक बाल भोज का आयोजन किया जाएगा। यह व्यवस्था पूरक पोषण आहार कार्यक्रम में प्रदाय टेक होम राशन एवं आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चों को मिलने वाले गर्म नाश्ता और गर्म पका भोजन के अतिरिक्त होगी।
प्रतिवर्ष नई फसलों की कटाई उपरांत प्रत्येक परिवार से एक मुट्ठी से लेकर उनकी क्षमता अनुसार अनाज या सामग्री पोषण मटका में प्रदाय करने प्रेरित किया जाएगा। इस कार्य में ग्राम स्तर पर अन्य विभागों के कार्यरत कर्मचारी एवं प्रेरक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का सहयोग अनिवार्य रूप से करेंगे। कलेक्टर अनुराग वर्मा के निर्देशन में महिला बाल विकास एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों ने शनिवार को जिले के आंगनवाड़ी केंद्रों का भ्रमण निरीक्षण का पोषण मटका दिवस की गतिविधियों का अनुश्रवण किया।
पल्स पोलियो अभियान आज, जिले में 2623 बूथों पर 3 लाख 61 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य
राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान तहत 27 फरवरी से एक मार्च तक पल्स पोलियो अभियान का आयोजन किया जाएगा। सतना जिले में 27 फरवरी से एक मार्च तक पल्स पोलियो अभियान चलाया जायेगा। अभियान के तहत 5 साल तक के 3 लाख 61 हजार 580 बच्चों को पोलियो की दवा पिलायी जायेगी।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक अवधिया ने बताया कि अभियान के प्रथम दिन रविवार 27 फरवरी को पोलियो बूथों पर दवा पिलायी जायेगी। जिले में आंगनवाड़ी केन्द्र, स्कूल, अस्पताल तथा अन्य प्रमुख स्थलों में पोलियो की दवा पिलाने के लिए 2623 बूथ बनाये गये हैं। इसके साथ-साथ ट्रांजिट बूथ तथा मोबाइल टीमें भी दवा पिलायेंगी। जो बच्चे बूथ में दवा पीने से वंचित रह जायेंगे। उन्हें 28 फरवरी तथा एक मार्च को घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलायी जायेगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने आमजनता से पांच साल तक के सभी बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने की अपील की है।