रीवा, भास्कर हिंदी न्यूज़/ प्रेमिका पर एकाधिकार पाने की नियत से एक सिरफिरे आशिक ने प्रेमिका के दूसरे प्रेमी को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। उक्त खुलासा जिले की चाकघाट पुलिस ने गत दिनों हुई उप्र सीमा पर कल्लू उर्फ राकेश आदिवासी पुत्र संतलाल आदिवासी उम्र 32 वर्ष के हत्या के मामले में किया है। पुलिस ने जहां उक्त हत्याकांड के मुख्य आरोपित अशोक मांझी पुत्र पप्पू माझी उम्र 34 वर्ष गो हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है जबकि प्रेमिका बिट्टन पत्नी रहीश कोल को हत्या के साजिश में शामिल होने व साक्ष्य छुपाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। रविवार को दोनों प्रेमी प्रेमिका को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गत दो 3 जनवरी की दरमियानी रात चाकघाट थाना अंतर्गत कोरांव नहर के समीप कल्लू उर्फ राकेश आदिवासी पुत्र संतलाल आदिवासी कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी उक्त मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरुद्घ हत्या का मामला पंजीकृत कर मामले की विवेचना शुरू कर दी थी। उक्त मामले में पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन घटनास्थल पर पहुंचकर न केवल घटना की जानकारी ली थी बल्कि जल्द खुलासा करने का दावा भी किया था।
यह है मामला
पुलिस गिरफ्त में आए अशोक मांझी ने पुलिस को बताया कि वह रायपुर बस्ती निवासी बिट्टन पत्नी रहीश कोल की प्यार करता था लेकिन उसी गांव का रहने वाला मृतक कल्लू उर्फ राकेश आदिवासी जबरन उसके प्रेमिका के घर में ना केवल रहता था बल्कि उसे कुछ दिनों से प्रेम जाल में फंसा लिया था इतना ही नहीं अशोक ने पुलिस को बताया कि जब वह अपने प्रेमिका के घर जाता तो मृतक न केवल आपत्ति करता बल्कि गाली गलौज कर मारपीट करने पर उतारू हो जाता था उक्त बातें उसके प्रेमिका को भी ठीक नहीं लगती थी। जिससे दोनों ने मिलकर यह तय किया कि पहले मृतक को रास्ते से हटाना पड़ेगा हद तो तब हो गई जब उसकी प्रेमिका ने कहा कि अगर तुम मृतक का कोई इलाज नहीं कर सकते हो तुम मुझसे बात करना बंद कर दो।
पहले करता रहा गुमराह
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पहले अशोक मांझी पुलिस को लगातार गुमराह कर रहा था लेकिन पुलिस ने जैसे ही मृतक के परिजनों के आरोप के बाद अशोक मांझी के मोबाइल काल डिटेल कब मिलान किया गया तो बात साफ हो गई जब पुलिस ने श्रेणीबद्घ पूछताछ शुरू की तो अशोक बहुत देर तक पुलिस के सामने टिक न सका उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
अंतिम संस्कार में शामिल हुई थी महिला
हत्या के मामले में गिरफ्तार हुई महिला कितनी शातिर थी इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खुद कल्लू आदिवासी की हत्या कराने के बाद वह कल्लू के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुई थी जहां पर रो-रोकर वह बार-बार आरोपी के गिरफ्तारी जल्द करने की बात कह रही थी।