सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ फेडरेशन ऑफ मेडिकल एन्ड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव एसोसिएशन ऑफ इंडिया के आह्वान पर देश के लाखों दवा प्रतिनिधि 19 जनवरी को 16 सूत्रीय मांगो को लेकर हड़ताल पर रहे और स्थानीय पुस्करणी पार्क में आम सभा की गई। सभा को संबोधित करते हुए प्रादेशिक सचिव कॉमरेड वीएस रावल ने कहा कि पूरे देश के दवा प्रतिनिधि अपनी एक दिवसीय हड़ताल में प्रमुखतः आम जनता से जुड़ी हुई समस्याओं को लेकर केंद्र सरकार से ये मांग करती है कि मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव की निजता की सुरक्षा होना चाहिए और दवा कंपनियों के मालिकों को आगाह किया गया है इस हड़ताल के द्वारा, क्योंकि सेल्स प्रमोशन का काम करना हमारा अधिकार है। प्रदेश अध्यक्ष कॉमरेड संजय सिंह तोमर ने सभा को जानकारी दी गई कि सरकारों को सेल्स प्रमोशन एम्प्लाइज एक्ट 1976 को सख्ती के साथ लागू करवाया जाए एवं 44 श्रम कानूनों को चार श्रम संहिताओं में बदलने के आदेश को अविलंब रद्द करा जावे, देश की आम जनता गरीब जनता की जान माल की सुरक्षा करते हुए अत्यावश्यक दवाओं पर जीरो जीएसटी को लागू किया जाएवे ,और सर्जिकल प्रोडक्ट के दाम फिक्स किए जाएं, दवा प्रतिनिधियों का शोषण बंद हो।
Satna: एक दिवसीय हड़ताल पर रहे दवा प्रतिनिधि, मोदी सरकार को कोसा
निगरानी गैर कानूनी
इकाई सचिव कॉमरेड जितेंद्र मिश्रा ने कहा कि जिस तरह दवा प्रतिनिधियों का इलेक्ट्रानिक गैजेट्स के नाम पर निगरानी की जा रही है जो की गैर कानूनी के साथ अमानवीय है,दवा प्रतिनिधियों के लिए समान कार्य नियमावली बनाई जाए, दवा के दाम कम किए जाएं, वैक्सीन के उत्पादन के लिए सरकारी उपक्रमों को पुनर्जीवित किया जाए। ईकाई अध्यक्ष कॉमरेड आनंद पांडे ने सभा की अध्यक्षता करते हुए सभी सतना इकाई के सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए आज की हड़ताल को ऐतिहासिक बताते हुए केंद्र राज्य सरकारों के साथ दवा मालिकों को चेताया की आप सभी को अविलंब हमारी मांगों पर जवाब देना ही होगा।सभा में प्रमुख रूप से प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अर्जुन तिवारी, सतना इकाई उपाध्यक्ष कॉम राकेश सिंह परिहार, सहसचिव आनंद सिंह, सगीर खान, कोषाध्यक्ष का प्रशांत केशरवानी, कॉम परिवेश खरे, कॉम विक्रम सिंह चौहान, अंचल सिंह, राजकुमार दुबे, मनोज गौतम, पुष्पेंद्र श्रीवास्तव, सुनील शुक्ला, विकास त्रिपाठी, जितेंद्रपांडेय, विवेक यादव, अंकुश मिश्रा, धर्मेन्द्र पांडेय, राजकुमार गुप्ता, कुमुद खरे समेत सैकड़ों सदस्य उपस्थित रहे।