Trap laid across the country on the pretext of fish farming cheating of 2 billion 50 crore gang in the clutches of bhopal police: digi desk/BHN/भोपाल/ मध्य प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों में मछली पालन में निवेश करने पर तगड़े मुनाफे का लालच देकर धोखाधड़ी करने वाला गिरोह पुलिस के शिकंजे में है। गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने नादरा बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उस पर 30 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था। पुलिस के मुताबिक यह गैंग देश भर में लगभग दो हजार लोगों से करीब ढाई अरब रुपये की ठगी कर चुका है।
कोहेफिजा थाना पुलिस के मुताबिक सरगना बिजेंद्र कुमार कश्यप ने विनय शर्मा के साथ मिलकर फिश फार्च्यून प्रोड्यूस कंपनी बनाई थी। कंपनी का मुख्यालय गुरुग्राम हरियाणा में बनाया गया था। कंपनी के कर्ताधर्ता किसानों को उनकी जमीन पर तालाब खोदवाकर उसमें मछली पालन कर मुनाफे का लालच देते थे। निवेश के लिए बाकायदा तीन प्लान बनाए गए थे। पहला दो लाख 75 हजार रुपये। दूसरा पांच लाख 50 हजार रुपये एवं तीसरा 11 लाख रुपये के निवेश का था।
राजधानी में हलालपुरा में था आफिस
कंपनी ने राजधानी में हलालपुरा बस स्टैंड के पास आफिस खोला था। यहां टीम लीडर प्रहलाद शर्मा था। राजेंद्रसिंह राजपूत उसका सहयोगी अधिकारी था। ये लोग किसानों से संपर्क करने के बाद उनकी जमीन पर तालाब की खोदाई करवाने, नेटजाल लगवाने, सीसीटीवी कैमरे लगवाने, मछली के बच्चे, मछली का आहार आदि के नाम पर निवेश करवाते थे। निवेश करने वाले किसानों को प्लान के हिसाब से मछली पालन का काम शुरू होते ही प्रति माह 60 से 75 हजार रुपये प्रति माह उनके खाते में पहुंचने का भरोसा दिलाया जाता था।
राजधानी सहित छह जिलों में केस दर्ज
कंपनी के लोगों के खिलाफ भोपाल के अलावा राजगढ़, विदिशा, धार, सागर व छिंदवाडा में धोखाधड़ी के केस दर्ज हैं। किसानों से निवेश कराने के बाद कंपनी ने न तो नेटजाल लगाए, कैमरे नहीं लगाए, मछली बच्चे, मछली दाना भी उपलब्ध नहीं कराया गया। जब तक लोगों को धोखाधड़ी का संदेह हुआ दफ्तर बंद कर कंपनी के कर्ताधर्ता फरार हो गए थे।
सरगना की जमानत कराने आया था, धरा गया
पिछले दिनों पुलिस ने गिरोह के मुखिया बिजेंद्र कश्यप को हरियाणा से गिरफ्तार किया था। वह भोपाल जेल में बंद है। पुलिस को पता चला कि बिजेंद्र की जमानत कराने के लिए उसका साथी विनय शर्मा (24) भोपाल आया है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। वह हरियाणा का रहने वाला है। इस गिरोह की मप्र के अलावा छत्तीसगढ़, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की पुलिस को भी तलाश है।