अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया मृत बाघ का अंतिम संस्कार
उमरिया,भास्कर हिंदी न्यूज़/ बाघिन ने अपने शावकों की जान बचाने के लिए एक बाघ को को मौत के घाट उतार दिया। इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक बांधवगढ़ के पतौर रेंज में बाघ ने बाघिन के साथ घूम रहे उसके दो शावकों को मारने की कोशिश की लेकिन बाघिन ने बीच में आकर अपने दोनों शावकों की जान बचा ली और बाघ से भिड़ गई। इस भिड़ंत में बाघ की मौत हो गई है। बाघ की मौत की खबर तब सामने आई जब पेट्रोलिंग करने पहुंची टीम ने बाघ के शव को देखा।
गश्ती दल को दिखा शव
उप संचालक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व लवित भारती ने बताया कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पतौर कोर परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक पी-210 में पेट्रोलिंग (गश्ती) के दौरान साम 4.00 बजे एक नर बाघ का शव देखा गया। सूचना मिलने पर परिक्षेत्र अधिकारी पतौर मौके पर पहुंचे एवं क्षेत्र को सील कर वरिष्ठ अधिकारियों एवं सहायक वन्य जीव शल्यज्ञ को सूचना दी। सूचना मिलने पर उप संचालक, सहायक संचालक, सहायक वन्य जीव शल्यज्ञ, पशु चिकित्सा अधिकारी उमरिया एवं एन टी सी ए के प्रतिनिधि सी एम खरे तत्काल मौके पर पहुंचे।
डॉग स्क्वायड ने किया सर्च
डॉग स्क्वाड एवं मेटल डिटेक्टर से क्षेत्र के आस पास सर्च कराई गई। थोड़ी दूर लगभग 500 मीटर पर एक नर बाघ, एक मादा बाघ एवं दो बच्चे की उपस्थिति के साक्ष्य देखे गये। चूंकि यह घटना पतौर परिक्षेत्र के बमेरा ग्राम के पास की है तथा उक्त क्षेत्र नर, मादा बाघ एवं बच्चों की उपस्थिति वाला है।
सभी अंग सुरक्षित
घटना स्थल पर उपलब्ध साक्ष्यों से पहली नजर में नर बाघ का बाघों के आपसी संघर्ष में मारा जाना प्रतीत होता है। उक्त मृत नर बाघ की उम्र लगभग 4 से 5 वर्ष है। मृत बाघ के सभी अंग सुरक्षित पाये गये। बांधवगढ़ सहायक वन्य जीव शल्यज्ञ एवं जबलपुर के डॉक्टर की संयुक्त टीम द्वारा पोस्टमार्टम किया गया। फोरेंसिक जांच के लिए नमून सुरक्षित किये गये। सक्षम अधिकारियों एनटीसीए के प्रतिनिधि एन जी ओ एवं पार्क अधिकारियों की उपस्थिति में बाघ के शव को जलाकर नष्ट किया गया।
ग्रामीणों को दी चेतावनी
यह घटना बमेरा गांव के पास हुई है। इस घटना के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि बमेरा गांव के आसपास वर्तमान में तीन चार बार सक्रिय हैं, इसलिए ग्रामीणों को सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। ग्रामीणों को घटना स्थल की ओर न जाने की हिदायत दी गई है।