नवमी पर 2.25लाख लोगों ने किये माता के दर्शन, पूरी नवरात्रि में भक्तों का आंकड़ा 17 लाख के पार
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज/ गुरूवार को नवरात्रि की महानवमीं पर मैहर के त्रिकूट पर्वत पर विराजमान मां शारदा देवी का सिद्धिदात्री के स्वरूप में श्रृंगार किया गया। मां भवानी की मोहिनी मूरत व उनका दिव्य श्रृंगार देख कर श्रद्धालु मंत्र मुग्ध हो गये। सुबह 3.30 बजे से ही मंदिर के पट भक्तों के लिए खोल दिए गए। जिसके बाद पुजारी सुमित पांडेय महाराज ने मां की महाआरती की। जानकारी के मुताबिक गुरुवार को मैहर में तकरीबन 2.25 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में हाजिरी लगा कर दर्शनों का पुण्य लाभ लिया। मैहर में चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूरे नवरात्रि पर्व पर श्रद्धालुओं के पहुंचने का आंकड़ा 17 लाख के पार पहुंच गया।
नवमीं पर सुबह से ही मेला परिसर में माता के दर्शनों के लिए भक्तों की कतारें लग गई थीं। दर्शनों का क्रम देर रात तक जारी रहा। नवरात्रि मेले में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के बावजूद किसी तरह की अनहोनी न होने व नवरात्रि मेला शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने के बाद पुलिस के आलाकमान एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। प्रशासन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी का आभार जताया है।
रीवा जोन के एडीजी के.पी वेंकटेश्वर राव पहुंचे मैहर, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह की पीठ थपथपाई
रीवा रेंज के एडीजी केपी वेंकटेश्वर राव ने नवरात्रि के अंतिम दिन मैहर पहुंच कर मां शारदा के दर्शन किए और व्यवस्था का जायजा लेकर पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह द्वारा चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था एवं पुलिस कर्मियों की मानवीय पहल की दिल खोल कर प्रशंसा की। उन्होंने एसपी धर्मवीर सिंह को बधाई देते हुए कहा कि
जिस तरीके से पुलिस के अधिकारियों,कर्मचारियों ने मेहनत की है वह साफ-साफ दिख रही है।
इस मौके पर एडिशनल एसपी सतना सुरेंद्र जैन, हरीश दुबे टीआई अमदरा, एसडीएम धीरेंद्र मिश्रा, तहसीलदार मानवेंद्र सिंहऔर आरआई राजीव शुक्ला मौजूद रहे।
अब तक लगभग 17 लाख भक्तों ने दर्शन किए
इस बार नवरात्र में प्रथम दिन से अब तक मैहर में लगभग 17 लाख श्रद्धालुओं ने मां शारदा के दर्शन किए हैं जबकि बीते साल शारदेय नवरात्र में तीन से चार लाख लोगों ने ही दर्शन किया था। तहसीलदार मानवेन्द्र सिंह के अनुसार कोरोना संक्रमण के नियमों में कड़ाई कम होने और चैत्र नवरात्र में लॉकडाउन के कारण मंदिर बंद रहने के बाद इस नवरात्र में मंदिर खुले रहने से भक्तो की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है।
शक्ति के नवमें रूप सिद्धिदात्री की अर्चना
पंडित मोहन लाल द्विवेदी ने बताया कि मां दुर्गा की नवमीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री है। आज नवमीं के दिन भक्त इनकी उपासना कर रहे हैं। यह सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली हैं। मार्कण्डेय पुराण के अनुसार अणिमा, महिमा, गरिमा, लधिमा, प्राप्ति प्राकाम्य, ईशित्व और वाशित्व- ये आठ सिद्धियां होती है। ब्रह्मा वैवर्त्त पुराण के श्रीकृष्ण जन्मखंड में यह संख्या 18 बताई गई है। मां सिद्धिदात्री की सिद्धियां एवं स्वरूप की जानकारी देते हुए पं. मोहनलाल द्विवेदी ने बताया कि मां सिद्धिदात्री भक्तों और साधकों को ये सभी सिद्धियां प्रदान करने में समर्थ है।
देवी पुराण के अनुसार भगवान शिव ने इनकी कृपा से सिद्धियों को प्राप्त किया था। इनकी अनुकंपा से ही भगवान शिव का आधा शरीर देवी का हुआ था। इसी कारण वह लोक में अर्द्धनारेश्वरध नाम से प्रसिद्ध हुए। मां सिद्धिदात्री चार भुजाओं वाली है। इनका वाहन सिंह है। ये कमल-पुष्प पर भी आसीन होती है। इनकी दाहिनी तरफ के नीचे हाथ में चक्र, ऊपर वाले हाथ में गदा तथा बांयी तरफ के नीचे वाले हाथ में शंख और ऊपर वाले हाथ में कमल-पुष्प है। नवरात्र -पूजन के नवें दिन इनकी उपासना की जाती है। इस दिन शस्त्रीय विधि-विधान और पूर्ण निष्ठा के साथ साधना करने वाले सााधक को सभी सिद्धियों की प्राप्ति हो जाती है।