सतना/भोपाल,भास्कर हिंदी न्यूज़/ स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था में बेहतर प्रबंधन और शैक्षिक गतिविधियों के संचालन के लिए प्रदेश के सभी शासकीय और अनुदान प्राप्त प्राथमिक, माध्यमिक एवं कक्षा पहली से आठवीं तक संचालित संयुक्त माध्यमिक स्कूलों में शाला प्रबंधन समितियों का गठन 22 सितम्बर 2021 को किया जायेगा। संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र श्री धनराजू एस ने बताया कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत सभी शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों में शाला प्रबंधन समितियों का गठन किया जाना है। ये समितियाँ बच्चों के शाला नामांकन, नियमित उपस्थिति, गुणवत्तायुक्त शिक्षा और अधोसंरचना कार्यो के साथ बच्चों के बहुआयामी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
प्रदेश में लगभग 90 हज़ार प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में गठित होने वाली समितियों का कार्यकाल आगामी 2 शैक्षणिक सत्रों के लिए निर्धारित होगा। शाला प्रबंधन समितियों के 18 सदस्यों में शाला में अध्ययनरत् बच्चों के पालक, शाला के प्रधान शिक्षक, वरिष्ठतम् महिला शिक्षिका और स्थानीय वार्ड के पंच/पार्षद या स्थानीय निकाय के सरपंच/अध्यक्ष/महापौर द्वारा नामित अन्य वार्ड की एक महिला पंच/पार्षद के रुप में निर्चाचित जन-प्रतिनिधि भी शामिल रहते हैं। इन समितियों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चयन विद्यार्थियों के अभिभावकों में से किया जाएगा। वहीं शाला के प्रधान शिक्षक, समिति के सदस्य सचिव रहेंगे। शासन द्वारा शाला के स्थानीय प्रबंधन के अधिकार भी इन समितियों को सौंपे गए हैं।
श्री धनराजू ने स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शासकीय एवं अनुदान प्राप्त प्राथमिक, माध्यमिक एवं कक्षा 1 से 8 की संयुक्त माध्यमिक शालाओं में अध्ययनरत विद्यार्थियों के पालकों एवं अभिभावकों से 22 सितम्बर 2021 को स्कूल पहुँचकर, शाला प्रबंधन समिति से जुड़ने और शालाओं के विकास कार्यों में सहभागी बनने का आग्रह किया गया है।
होम्योपैथी चिकित्सक मध्यप्रदेश होम्योपैथी परिषद में पंजीयन का पुनरीक्षण कराएँ
मध्यप्रदेश होम्योपैथी परिषद में पंजीकृत चिकित्सक, जिनके द्वारा पाँच वर्ष की अवधि समाप्त होने के बाद पंजीयन का पुनरीक्षण नहीं कराया गया है, वे अपने पंजीयन के पुनरीक्षण के लिए एम.पी. ऑनलाइन के माध्यम से या स्वयं उपस्थित होकर निर्धारित प्रपत्र में ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं। परिषद में पंजीकृत सभी चिकित्सकों को पंजीयन का पुनरीक्षण प्रत्येक 5 वर्ष में कराना अनिवार्य है।
मध्यप्रदेश राज्य होम्योपैथी परिषद के रजिस्ट्रार डॉ. आयशा अली ने बताया कि मध्यप्रदेश होम्योपैथी परिषद द्वारा पंजीकृत होम्योपैथी चिकित्सा व्यवसायियों, पंजीकृत चिकित्सकों के राज्य रजिस्टर के पुनरीक्षण की कार्यवाही प्रचलन में है। जिन चिकित्सकों ने पंजीयन के 5 वर्ष की अवधि समाप्ति के बाद भी पुनरीक्षण नहीं कराया है। उन्हें 3 माह की अवधि में पुनरीक्षण के लिये परिषद को ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करना चाहिए। निर्धारित अवधि के पश्चात पंजीकरण का पुनरीक्षण नहीं कराने वाले होम्योपैथी चिकित्सकों का नाम राज्य रजिस्टर से हटा दिया जाएगा। ऐसी स्थिति में सम्पूर्ण जिम्मेदारी स्वयं संबंधित चिकित्सक की होगी।
जिले में अब तक 771.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
जिले में इस वर्ष 1 जून से 21 सितम्बर 2021 तक 771.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख सतना से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की सतना (रघुराजनगर) तहसील में 1018.9 मि.मी., सोहावल (रघुराजनगर) में 1077.6 मि.मी., बरौंधा (मझगवां) में 605.6 मि.मी., बिरसिंहपुर में 845.5 मि.मी., रामपुर बघेलान में 600 मि.मी., नागौद में 952 मि.मी., जसो (नागौद) में 463.1 मि.मी., उचेहरा में 811 मि.मी, मैहर में 492.5 मि.मी., अमरपाटन में 708 मि.मी. तथा रामनगर तहसील में 908.1 मि.मी. औसत वर्षा अब तक दर्ज की जा चुकी है। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1039.7 मि.मी. है। गत वर्ष इस अवधि तक जिले में 736.7 मि.मी. वर्षा दर्ज की जा चुकी थी।