देश में लगभग एक करोड़ हितग्राहियों को मिलेगा उज्जवला योजना का लाभ
सतना/भोपाल,भास्कर हिंदी न्यूज़/प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में प्रदेश के लगभग 9 लाख हितग्राहियों को निःशुल्क गैस कनेक्शन प्रदाय किये जायेंगे। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने बताया कि उज्जवला योजना का लाभ देश की एक करोड़ महिलाओं को मिलेगा। इसके साथ ही समस्त हितग्राहियों को डिपॉजिट फ्री कनेक्शन के साथ प्रथम रिफिल एवं हॉट प्लेट निःशुल्क प्रदान की जायेगी।
खाद्य मंत्री श्री सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्म-दिवस के अवसर पर 18 सितम्बर को योजना के प्रथम चरण में प्रदेश के 5 लाख हितग्राहियों को कनेक्शन वितरित किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि उज्जवला योजना का लाभ ऐसी वयस्क महिलाओं को मिलेगा, जो गरीब गृहस्थी से संबंध रखती हैं एवं उनके घर में किसी प्रकार का गैस कनेक्शन स्थापित न हो। खाद्य मंत्री ने बताया कि यह योजना प्रदेश के समस्त विकासखण्डों में लागू की जायेगी। इस योजना का लाभ पात्र प्रवासी मजदूर, जो अन्य राज्यों से हैं, को भी मिलेगा। इसके लिये उन्हें निर्धारित प्रारूप में आवेदन भरना होगा। आवेदक परिवार अपनी इच्छानुसार कम्पनी एवं गैस वितरक का चयन कर सकता है।
प्रत्येक आँगनवाड़ी में ‘पोषण पंचायत’ का होगा आयोजन
संचालक, महिला बाल विकास डॉ. राम राव भोसले ने कहा है कि चालू सितम्बर माह में आयोजित हो रहे पोषण माह में प्रत्येक आँगनवाड़ी केन्द्रों में ‘पोषण पंचायत’ का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने ने बताया कि पोषण माह को जन-आंदोलन का स्वरूप देने के लिए आवश्यक है कि प्रत्येक स्तर पर जन-समुदाय की अधिकतम भागीदारी हो तथा उन्हें पोषण एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाये। इसके दृष्टिगत पोषण माह के दौरान ‘पोषण पंचायत’ का आयोजन प्रत्येक आँगनवाड़ी केन्द्र पर किए जाने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में जिला स्तर से कैलेण्डर तैयार कर जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन में सभी संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश जारी किये गये है।
संचालक डॉ. भोसले ने बताया कि ‘पोषण पंचायत’ का मुख्य उद्देश्य आम जनता को बेहतर पोषण के पाँच मंत्र, जीवन के प्रथम 1000 स्वर्णिम दिवस में पोषण एवं स्वास्थ्य सेवाओं का महत्व, पौष्टिकता युक्त भोजन का सेवन एवं सेहत, बच्चों-किशोरियों-गर्भवती और धात्री महिलाओं का एनीमिया से बचाव के लिए खाद्य विविधता एवं आयरन की दवाओं के सेवन के लिए प्रोत्साहित करना, दस्त प्रबंधन-जिंक, ओ.आर.एस के घोल का उपयोग और व्यक्तिगत स्वच्छता, सफाई एवं स्वच्छता का व्यवहार से रू-ब-रू कराना है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा जन सामान्य को सुपोषण के संदर्भ में पोषण वाटिका का महत्व, बच्चों के शारीरिक माप एवं वृद्धि निगरानी तथा सामुदायिक ग्रोथ चार्ट के उपयोग पर पोषण संवाद किया जायेगा। पोषण पंचायत के दौरान किशोरी बालिकाओं में संतुलित आहार एवं माहवारी के दौरान स्वच्छता का महत्व, स्थानीय उपलब्ध मोटे अनाज आधारित पौष्टिक आहार/अतिरिक्त आहार का प्रदर्शन तथा उनके फायदों के बारे में चर्चा की जायेगी।