बाघिन के दांव व नाखून मिले थे गायब
उमरिया,भास्कर हिंदी न्यूज़/ मानपुर वन परिक्षेत्र के दमना बीट में रविवार को बाघिन टी-32 का शव एक कुएं में तैरता हुआ पाया गया था। इस बाघिन का शिकार गले में फंदा डालकर किया गया था। बाद में घटना को छिपाने के लिए बोरों में पत्थर भरकर और बाघिन के शव से बांधकर उसे कुएं में डाल दिया गया था। जब कुएं में से बदबू आने लगी तो गांव के लोगों ने अंदर बाघिन का शव देखा और इसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी। इस घटना के बारे में जब पत्रकारों ने मानपुर रेंजर से पुष्टि करने की कोशिश की तो वे किसी भी तरह की जानकारी देने की वजह यह जानने में जुट गए कि आखिर बाघिन की मौत की खबर बाहर कैसे पहुंच गई। इतना ध्यान अगर उन्होंने जंगल की गश्त पर दिया होता तो शायद ऐसी घटना ही नहीं होती।
अगस्त में तीसरी घटना : इसी महीने में तीन बाघों की मौत हो चुकी है। सबसे पहली मौत 16 अगस्त को हुई थी जो कि शिकार का ही परिणाम था। बाघिन का एक पैर शिकारी काट कर ले गए थे। इसके बाद 27 अगस्त को और फिर 29 अगस्त को तीसरी घटना हुई।
साफ-साफ शिकार
इसी महीने 16 अगस्त को जिस बाघिन का शव पाया गया था उसका एक पैर गायब था और यह घटना भी शिकार का ही परिणाम थी। दो दिन पहले 29 अगस्त को कुएं में मिला बाघिन 32 का शव भी शिकार का ही परिणाम है। वहीं बांधवगढ़ के आला अधिकार बाघों की मौतों को जंगल की सामान्य घटनाएं बताते रहते हैं।
इनका कहना है
बाघिन को मारने के बाद कुएं में डाला गया था। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।