Kabul Airport Blast update: digi desk/BHN/ अफगानिस्तान में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। आज शाम 7 बजे बाद काबुल हवाई अड्डे के बाहर एक संदिग्ध आत्मघाती बम विस्फोट हुआ, जिसमें बच्चों सहित कम से कम 40 लोग मारे गए। धमाके में 120 लोगों के घायल हुुुए हैै।
काबुल में आपातकालीन अस्पताल का कहना है कि हवाई अड्डे पर हुए विस्फोटों से अब तक लगभग 60 घायल लोग पहुंच चुके हैं। काबुल हवाईअड्डे के बाहर गुरुवार को एक के बाद हुए दो बम धमाकों में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में कई बच्चे भी हैं। हमले में महिलाओं, अमेरिकी सुरक्षा कर्मियों और तालिबान के गार्ड समेत कई लोग घायल हुए हैं। हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है। अमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों ने इसे आत्मघाती हमला बताया है। खुफिया एजेंसियों ने हमले के लिए आइएसआइएस पर शक जताया है। जिस समय यह घटना हुई उस समय एयरपोर्ट पर हजारों लोग वहां मौजूद थे। टोलो न्यूज (आधिकारिक अफगानिस्तान चैनल) के अनुसार एक चश्मदीद के मुताबिक यह धमाका बैरन कैंप के पास अफगानों की भीड़ के अंदर से हुआ, जो देश छोड़ने की कोशिश कर रहे थे। बैरन कैंप एयरपोर्ट से सटा हुआ है।
काबुल हवाईअड्डे पर बम धमाकों से हताहतों को आपातकालीन अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। रॉयटर्स ने तालिबान के एक अधिकारी के हवाले से कहा कि कम से कम 40 लोग मारे गए हैं। पेंटागन प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने ट्वीट किया, “हम पुष्टि कर सकते हैं कि एबी गेट पर विस्फोट एक जटिल हमले का परिणाम था जिसके परिणामस्वरूप कई अमेरिकी और नागरिक हताहत हुए। हम एबी गेट से थोड़ी दूरी पर बैरन होटल में या उसके पास कम से कम एक अन्य विस्फोट की पुष्टि कर सकते हैं। काबुल में अमेरिकी दूतावास ने बयान जारी करते हुए कहा है कि हवाई अड्डे पर एक बड़ा धमाका हुआ है, और गोलीबारी की खबरें हैं। अमेरिकी नागरिकों को इस समय हवाईअड्डे की यात्रा करने से बचना चाहिए और हवाईअड्डे के फाटकों से बचना चाहिए। अमेरिकी नागरिक जो एबी गेट, ईस्ट गेट या नॉर्थ गेट पर हैं, उन्हें अब तुरंत निकल जाना चाहिए।
फॉक्स न्यूज के अनुसार, अफगानिस्तान में काबुल के हवाई अड्डे पर अभय गेट के बाहर गुरुवार को एक आत्मघाती बम विस्फोट में कम से कम तीन अमेरिकी सैनिक घायल हो गए, अमेरिकी अधिकारियों ने पुष्टि की है। एक अमेरिकी अधिकारी ने संकेत दिया कि हमले ने अभय गेट पर एक गोलाबारी शुरू कर दी, जहां कल रात, 5,000 अफगान थे और संभावित रूप से कुछ अमेरिकी हवाई अड्डे तक पहुंच की मांग कर रहे थे। यह बमबारी अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा काबुल हवाईअड्डे के बाहर बढ़ते आतंकवादी खतरे के कारण अमेरिकियों को “तुरंत छोड़ने” के लिए चेतावनी देने के कुछ घंटों बाद हुई है।
धमाकों के पीछे हो सकता है ISIS
माना जा रहा है कि इस आत्मघाती हमले में इस्लामिक स्टेट (Islamic State) का हाथ हो सकता है। अमेरिका के खुफिया सूत्रों ने पहले की चेतावनी दी थी कि ISIS कोई आतंकवादी हमला कर सकता है। आपको बता दें कि दोनों ही आतंकी संगठन एक-दूसरे के कट्टर दुश्मन हैं और दोनों के बीच हमेशा से वर्चस्व की लड़ाई रही है। तालिबान और आईएसआईएस दोनों सुन्नी संगठन है, फिर भी दोनों के बीच वर्चस्व को लेकर अफगानिस्तान में जंग भी हुई थी। लेकिन यहां तालिबान भारी पड़ा था। ISIS फिलहाल सीरिया, ईराक और आसपास के मुस्लिम इलाकों में ज्यादा सक्रिय और ताकतवर है।