पौधे बिक्री करने जेल प्रबंधन सरकारी संस्थाओं से कर रहा है पत्राचार
रीवा,भास्कर हिंदी न्यूज़/ लगभग 4 माह से पौधे तैयार करने में लगे हुए केन्द्रीय जेल रीवा के कैदी इन दिनों प्रसन्न हैं और उनकी मेहनत रंग लाई है। जहां वर्षाकाल के पूर्व ही लगभग 10 हजार पौधे रोपण के लिए कैदियों ने तैयार कर लिए हैं। तैयार किए गए पौधे सरकारी संस्थाओं को उपलब्ध कराने के लिए अब जेल प्रशासन प्रस्ताव बनाकर भेज रहा है। जिससे कैदियों द्वारा तैयार किए गए पौधों का रोपण हो सके। केन्द्रीय जेल के बगीचे में खेती का काम कई वर्षो से हो रहा है। लेकिन यहां पहली बार पौधे तैयार किए जाने का काम किया गया। इसके लिए पिछले तीन से चार माह की अवधि में कैदी पौधे तैयार करने के लिए लगे हुए थे। दरअसल जेल प्रशासन ने गत वर्ष पौधे तैयार कराने की तैयारी शुरू कर दी थी। इसके लिए बीज एकत्रित किए गए थे। साथ ही पौधे तैयार करने थैली एवं पन्निा्यों की व्यवस्था भी की गई थी। इतना ही नहीं जेल प्रशासन ने कैदियों का चयन भी इसके लिए किया था। उनकी यह तैयारी इस वर्ष रंग ले आई है और जेल का बगीचा इन दिनों पौधों से हरा-भरा है। बताया जा रहा है कि जेल प्रहरी रामानंद पटेल की निगरानी में यह रोपणी तैयार की गई है। इसके लिए जैविक खाद का उपयोग भी किया गया है।
इस तरह के तैयार हैं पौधे
जेल के बगीचे में जो पौधे कैदियों ने तैयार किए है उसमें चंदन, आम, सागौन, सीताफल, बांस, मीठी नीम, नीम सहित अन्य प्रजाति के पौधे शामिल हैं। बताया जा रहा है कि जेल परिसर में और बगीचे में इस तरह के पेड़ काफी संख्या में है। इन पेड़ों के फल से जो बीच एवं गुठली एकत्र हुई थी उन्हें पन्ना्ी की वैली में रखकर पौधे तैयार किए गए हैं। पौधे तैयार करने के बाद जेल के कैदियों में और जेल प्रशासन में उत्साह है। 10 हजार पौधे तैयार करने के बाद जेल प्रशासन का लक्ष्य है कि 15 हजार पौधे अभी और तैयार किए जाएंगे। इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी गई है। नई नर्सरी में जेल प्रशासन अन्य तरह के पौधे भी तैयार करने की तैयारी कर रहा है।
दो रुपए में तैयार हुए पौधे
जेल में जो पौधे तैयार हुए हैं उनमें एक पौधे की लागत 2 रुपए या इससे कम आई है। थैली के लिए पॉलीथिन की व्यवस्था में 40 से 60 पैसे कैदियों का श्रम 40 पैसे सहित बिजली, पानी एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए लगभग 90 पैसे का खर्च आया है। कुल मिलाकर 2 रुपए से कम की लागत में कैदियों ने एक पौधा तैयार किया है। जेल प्रशासन ने कमिश्नर और कलेक्टर को पत्र लिखकर कैदियों द्वारा तैयार किए गए पौधे के संबंध में अवगत कराने के साथ ही उन्हें 3 रुपए से दिए जाने के लिए प्रस्ताव भेजा है। जेल प्रशासन का कहना है कि पौधे से जो पैसे बचत में आएंगे उस राशि का उपयोग जेल की गौशाला को व्यवस्थित करने में खर्च किया जाएगा।