सीधी,भास्कर हिंदी न्यूज़। जिले के 1836 आंगनबाड़ी केंद्रों पर एक साथ एक समय पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ प्रतीक चिन्ह को रंगोली के माध्यम से बनाया गया। महिला बाल विकास के इस कार्य को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने प्रमाणित कर प्रमाण पत्र जारी किया है। विभाग के लिए यह बड़ी सफलता मानी जा रही है। अंतरराष्ट्रीय किशोरी दिवस पर कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी के निर्देशन में रंगोली बनाई गई थी।
अवधेश सिंह जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय किशोरी दिवस पर कलेक्टर के निर्देशन में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को लेकर एक नया प्रयास करने की योजना तैयार की गई। जिले के 1836 आंगनबाड़ी केंद्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं के द्वारा एक ही समय में बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ का प्रतीक चिन्ह रंगोली के माध्यम से तैयार किया गया।
पोषण, शिक्षा की दी गई जानकारीः इस अवसर पर आंगनबाड़ी केंद्रों में बेटियों को बचाने और बेटियों को पढ़ाने अभियान के बारे में जन जन तक पहुंचाने की चर्चा की गई। बेटी है तो कल है इसके बारे में महिलाओं को जानकारी दी गई। खास बात तो यह रही कि इस अवसर पर किशोरियों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। पोषण, शिक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर भी बताया गया।
क्या कहती हैं शिवाः
कुसमी की रहने वाली शिवा सिंह ने बताया कि किशोरी दिवस पर हम सब ने एक उत्सव के तहत मनाया। आंगनबाड़ी केंद्र कुसमी नौढ़िया में पदस्थ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुमन शुक्ला ने बताया कि एक साथ रंगोली तैयार की गई, जिसके माध्यम से बेटियों को बचाने और बेटियों को पढ़ाने का संकल्प भी लिया गया है।