रीवा,भास्कर हिंदी न्यूज़/ नईगढ़ी तहसील अंतर्गत के सीतापुर वन परिक्षेत्र में गश्त के दौरान मौके पर पहुंचे वन कर्मियों ने हो रहे अवैध उत्खनन को रोकने की कोशिश की जिसके बाद अवैध उत्खनन में जुटे ग्रामीणों द्वारा वन कर्मियों पर हमला बोल दिया।उक्त हमले में जहां वनकर्मियों को गंभीर चोटे आई हैं। वही किसी कदर वह अपनी जान बचा कर मौके से भाग खड़े हुए। रात में ही इसकी सूचना वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई।
अधिकारियों के निर्देश पर थाना लौर में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला पंजीकृत कराया गया है। जबकि घायल वन कर्मियों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मऊगंज में भर्ती कराया गया है। बताया गया है कि वनकर्मी आकाश मिश्रा और उनका एक सहायक गंभीर रूप से घायल हो गए है। घायल वन कर्मियों को मउगंज के अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती किया गया। वही सूचना पर वन विभाग के अधिकरियों अवैध उत्खनन करने वाले लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज करा दिया है।
गश्त कर रहे थें वनकर्मी
घायल आकाश मिश्रा ने बताया कि वह मउगंज वन कार्यालय में पदस्थ है और अपने सहायक के साथ गत शुक्रवार को सीतापुर वन परिक्षेत्र के जंगल में मिल रही अवैध उत्खनन की शिकायत को लेकर गश्त कर रहे थे। जंगल के बीच खनिज माफिया पत्थर की तोड़ाई कर रहे थे। जिस पर उन्होंने वन संपदा के अवैध उत्खनन के लिए मना किया साथ ही उन्होंने हिदायत दी कि अगर भविष्य में और नहीं माने तो उनके विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया जाएगा जिसके बाद अवैध पत्थर की खदान में काम कर रहे लोग हिंसक हो उठे ओवर वन कर्मियों पर हमला बोल दिया। वे अपनी जान बचाकर भाग रहे थे, लेकिन कई सख्या में रहे माफिया के लोग उन ताबड़तोड़ डंडे न सिर्फ बरसाते रहे बल्कि जंगल में न आने की धमकी तक दे डाली।
जान बचाकर अस्पताल पहुंचे वन कर्मी
सीतापुर के घने जंगल में घायल होने के बाद देर रात किसी तरह बाहर निकल पाये, और फिर अस्पताल पहुचें है। ज्ञात हो कि वन परिक्षेत्रों में खनिज का अवैध उत्खनन चल रहा है। इलाज में जुटे चिकित्सकों की मानें तो दोनों की हालत सामान्य बताई जा रही है।